-
कैश (हिडन) -
फ्रेंच मनोवैज्ञानिक थ्रिलर "कैश" को माइकल हनेके ने लिखा और निर्देशित किया था, जिसे "हिडन" के रूप में भी जाना जाता है, जो 2005 के कांस फ़िल्म फ़ेस्टिवल में प्रीमियर हुई थी। इस फ़िल्म को लेकर लोगों में बहुत सारा उत्साह देखने को मिला था। यह फ़िल्म एक मध्य-वर्गीय जोड़े पर आधारित है, जिन्हें अपने बरामदे में रहस्यमयी टेप मिलते हैं जिनसे पता चलता है कि कोई उन्हें रिकॉर्ड कर रहा है। आदमी, जॉर्जेस, का मानना है कि इसका दोषी माजिद है, जो एक अल्जीरियाई अनाथ है जिसे बचपन में उसका परिवार गोद लेने की योजना बना रहा था, लेकिन जॉर्जेस को उस समय इसपर आपत्ति थी। हनेके ने इसके कथानक में अपराधबोध, बचपन की यादों, फ्रांस के अल्जीरियाई युद्ध, और उपनिवेशवाद की परतों को शामिल किया है। हनेके ने बताया था कि उन्होंने एक सवाल को ध्यान में रखकर यह पटकथा लिखनी शुरू की थी कि: कोई व्यक्ति अपने बचपन में की गयी गलतियों के अपराधबोध का सामना कैसे करता है? यह विषय सर्वव्यापक रूप से सबको आकर्षक लगा और इसने कांस में कई पुरस्कार जीते। तबसे इसे 21वीं सदी की बीबीसी की 100 सबसे महान फ़िल्मों की सूची में शामिल किया गया है।
-
मार्नी -
पटकथा लेखक जे प्रेसन एलन ने अल्फ्रेड हिचकॉक की मनोवैज्ञानिक थ्रिलर "मार्नी" की पटकथा लिखी थी, जिसे 1964 में आज ही के दिन प्रीमियर किया गया था। एलन की पटकथा विंस्टन ग्राहम के इसी नाम के उपन्यास पर आधारित थी, जो मार्क और मार्नी पर आधारित है, जो मनोवैज्ञानिक परेशानी से पीड़ित एक चोरनी है, और मार्क हमेशा मार्नी की गड़बड़ियों को सही करने की कोशिश करता है। जोसेफ स्टेफनो (जिन्होंने हिचकॉक की "पाइस्को" लिखी थी) और इवान हंटर (जिन्होंने हिचकॉक की "द बर्ड्स" लिखी थी) के बाद, एलन इसकी पटकथा पर काम करने वाले तीसरे पटकथा लेखक थे। जब हिचकॉक को पता चला कि ग्रेस केली मुख्य भूमिका नहीं निभा पाएंगी तो स्टेफनो को छोड़ दिया गया, जबकि हंटर बलात्कार के दृश्य से सहमत नहीं थे, इसलिए उन्हें परियोजना से निकाल दिया गया था। जब फ़िल्म का प्रीमियर हुआ, तब समीक्षकों ने इसकी कड़ी आलोचना की थी, लेकिन उसके बाद से इसे हिचकॉक की बेहतरीन फ़िल्मों में से एक के रूप में आलोचकों की प्रशंसा मिली है।
-
द मैग्निफिसेंट अम्बरसंस -
ऑर्सन वेल्स ने "द मैग्निफिसेंट अम्बरसंस" को लिखा, निर्मित और निर्देशित किया था, जिसका प्रीमियर 1942 में आज ही के दिन हुआ था। उन्होंने इसकी कहानी बूथ टार्किंगटन द्वारा लिखी गयी इसी नाम की पुलित्ज़र पुरस्कार विजेता उपन्यास से ली थी, जो ऑटोमोबाइल के युग के दौरान एक अमीर मध्य-पश्चिमी परिवार पर आधारित है, जिनकी संपत्ति ख़त्म होना शुरू हो जाती है। उन्होंने पहले इस कहानी को एक घंटे के रेडियो प्रसारण के लिए रूपांतरित किया था, उसके बाद, फ़िल्म के लिए रूपांतरित किया। लेकिन फ़िल्मी संस्करण को वेल्स के पिछले संस्करण से बहुत ज़्यादा संपादित कर दिया गया था, जहाँ स्टूडियो RKO ने फ़िल्म के रफ़ कट से एक घंटे से ज़्यादा का फुटेज हटा दिया था और इसका अंत बदलकर सुखद कर दिया था। इतने सारे परिवर्तनों के बावजूद, रिलीज़ की गयी फ़िल्म को अभी भी वेल्स की उत्कृष्ट कृतियों में से एक माना जाता है, जिसे चार अकादमी पुरस्कारों के लिए नॉमिनेशन मिला था।
-
मिल्ड्रेड पियर्स -
फ़िल्म नोयर और थ्रिलर "मिल्ड्रेड पियर्स" का प्रीमियर 1945 में आज ही के दिन हुआ था। रेनाल्ड मैकडॉगल ने इसकी पटकथा जेम्स एम. कैन के इसी नाम के अपराध उपन्यास से रूपांतरित की थी। इनके कथानक समान हैं, जो एक तलाकशुदा मां पर आधारित है, जिसकी ज़िन्दगी तक खुलना शुरू होती है जब वो अपनी बिगड़ैल बेटी को पालने के लिए काम करने लगती है, लेकिन हत्या केवल कहानी के फ़िल्मी संस्करण में होती है। रेनाल्ड ने रॉकफेलर सेंटर में एक पेज के रूप में काम करते हुए, अपने खाली समय में पटकथा लिखकर पटकथा लेखन उद्योग में अपना स्थान प्राप्त किया था। वो अलग-अलग छद्म नामों से पटकथाएं लिखकर अपने बॉस के पास जमा करते थे, और आख़िरकार उन्हें NBC रेडियो के लिए स्टाफ राइटर के रूप में नियुक्त कर लिया गया।
-
सेवन ब्राइड्स फॉर सेवन ब्रदर्स -
म्यूज़िकल "सेवन ब्राइड्स फॉर सेवन ब्रदर्स" का प्रीमियर 1954 में आज ही के दिन हुआ था। अल्बर्ट हैकेट, फ्रांसिस गुडरिक और डोरोथी किंग्सले द्वारा लिखित, यह कहानी एक ऐसे व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है जो अपनी पत्नी को घर लाता है, और फिर उसके छह भाई भी यह सोच लेते हैं कि वो भी शादी करना चाहते हैं। लेखकों की इस तिकड़ी ने स्टीफन विंसेंट बेनेट द्वारा लिखी गयी शॉर्ट स्टोरी "द सोबिन वुमन" के आधार पर इसकी पटकथा लिखी थी। सांस्कृतिक, ऐतिहासिक या सौंदर्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के कारण इस फ़िल्म को यू.एस. राष्ट्रीय फ़िल्म रजिस्ट्री में संरक्षण के लिए चुना गया था। अनुकूलित पटकथा के लिए सर्वश्रेष्ठ लेखन सहित, इसने पांच अकादमी पुरस्कार जीते थे। इस म्यूज़िकल फ़िल्म ने म्यूजिकल पिक्चर की सर्वश्रेष्ठ स्कोरिंग के लिए भी एक ऑस्कर जीता था।
-
सॉन्ग एट मिडनाइट -
चीनी फ़िल्म "सॉन्ग एट मिडनाइट" का प्रीमियर 1935 में हांगकांग में हुआ था और इसे व्यापक रूप से चीन की पहली हॉरर फ़िल्मों में से एक माना जाता है। मा-जू वेइबांग ने इस फ़िल्म को लिखा और निर्देशित किया था, जो कुछ हद तक गैस्टन लेरौक्स के उपन्यास "द फैंटम ऑफ़ द ओपेरा" पर आधारित है। इसकी कहानी एक विकृत संगीतकार पर केंद्रित है, जो उसका अपमान करने वाले किसी भी इंसान को सज़ा देता है। मा-जू वेइबांग ने कथित तौर पर पटकथा को कई बार संपादित किया था ताकि यह उस समय चीन में लागू सेंसरशिप कानूनों को पास कर सके, जो डरावनी, देवताओं, आत्माओं या अंधविश्वास वाली फ़िल्मों की अनुमति नहीं देते थे। फ़िल्म का विषय वामपंथी राष्ट्रवादी विचारधारा और 30 के दशक में युद्ध को लेकर चीनी नागरिकों की चिंता पर केंद्रित है।
-
मेशेस ऑफ़ द आफ्टरनून -
14-मिनट लम्बी "मेशेस ऑफ़ द आफ्टरनून" 1943 में किसी समय आयी थी, लेकिन इसकी सही तिथि के बारे में कोई जानकारी नहीं है। माया डेरेन को फ़िल्म लिखने और इस प्रायोगिक शार्ट में इस्तेमाल किए गए कैमरा मूवमेंट और प्रभावों को विकसित करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने फ़िल्म में निर्देशन और अभिनय करने के लिए अपने तत्कालीन पति एलेक्जेंडर हैकेंसचमीड के साथ काम किया था, जो एक ऐसी महिला पर केंद्रित है जो जीवंत सपनों के साथ सोती है। दर्शक यह सोचता रह जाता है कि वो सारी घटनाएं उसकी असली ज़िन्दगी में हो रही हैं या नहीं। गहन अर्थ बताने के लिए विशेष सिनेमेटिक उपकरणों के प्रयोग, दोहराई जाने वाली इमेजरी, और व्यक्तिपरक और वस्तुपरक कैमरा के कोणों की वजह से यह फ़िल्म ऐतिहासिक रूप से प्रासंगिक है। उनके काम ने उनके बाद के कई फ़िल्म निर्माताओं को प्रेरित किया था, जिनमें 'लॉस्ट हाइवे' में डेविड लिंच और 'इनलैंड एम्पायर' शामिल हैं।
-
द लाइफ एंड डेथ ऑफ़ कर्नल ब्लींप -
माइकल पॉवेल और एमरिक प्रेसबर्गर ने ब्रिटिश रोमांटिक ड्रामा वॉर फ़िल्म "द लाइफ एंड डेथ ऑफ़ कर्नल ब्लिंप" का लेखन, निर्माण और निर्देशन किया था, जो 1943 में आज ही के दिन आयी थी। इस पटकथा में एक बड़े फ्लैशबैक घटनाक्रम का प्रयोग करके एक सैनिक की कहानी बताई जाती है, जो ब्रिटिश सेना में ऊँचे रैंकों पर बढ़ता है। यह ब्रिटिश सेना पर एक व्यंग्य है, ख़ासकर उन पर जो प्रभारी हैं। इसमें सेना अधिकारी के चरित्र चित्रण के बारे में सुनने के बाद प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने फ़िल्म का निर्माण बंद करवाने की कोशिश की थी। लेकिन ड्राफ्ट कट देखने के बाद, वो मान गए थे। आलोचकों ने कहा कि फ़िल्म ने इस तथ्य की जांच की है कि अंग्रेज़ होने का क्या मतलब होता है और यह अब तक की सबसे अच्छी अंग्रेज़ी फ़िल्म हो सकती है। यह एम्पायर की आज तक की 500 सबसे महान फ़िल्मों की सूची में 80वें स्थान पर है।
"द लाइफ एंड डेथ ऑफ़ कर्नल ब्लींप" के लिए पटकथा ट्रांसक्रिप्ट पढ़ें।
-
द कॉन्स्टेंट गार्डनर -
पटकथा लेखक जेफरी केन को "द कॉन्स्टेंट गार्डनर" के लिए सर्वश्रेष्ठ अनुकूलित पटकथा का ऑस्कर नॉमिनेशन मिला था, जिसका प्रीमियर 2005 में आज के दिन हुआ था। इस फ़िल्म की कहानी जॉन ले कैर के इसी नाम के उपन्यास पर आधारित है और एक ब्रिटिश राजनयिक पर केंद्रित है, जो अपनी एक्टिविस्ट पत्नी की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए केन्या जाता है। इस फ़िल्म को अपनी मनोरंजक, रहस्यपूर्ण कहानी के लिए जाना जाता है, जो केन्या में काम करने वाली दवा कंपनियों से जुड़े समान मामलों पर आधारित हैं। फ़िल्म के अंत में लेखक ले कैरे का उद्धरण दिया गया है जो कहता है कि उनकी कहानी किसी एक कंपनी या व्यक्ति पर आधारित नहीं है, बल्कि यह उससे कहीं ज़्यादा साधारण है जो असली ज़िन्दगी में हो रहा है। यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही थी और इसे कुल चार ऑस्कर नॉमिनेशन मिले थे, जिनमें से रेचल वीज़ ने सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार जीता था।