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कूल हैंड ल्यूक -
“What we’ve got here is a failure to communicate." क्या आपने कभी यह मशहूर वाक्य सुना, या ख़ुद इस्तेमाल किया है? 1960 के दशक की जेल पर आधारित ड्रामा फ़िल्म, "कूल हैंड ल्यूक," के लिए हमें डन पियर्स और फ्रैंक पियर्सन को धन्यवाद करना चाहिए, जो आज ही के दिन आयी थी। चूँकि, यह फ़िल्म पियर्स के उपन्यास पर आधारित थी, इसलिए इस जोड़ी को सर्वश्रेष्ठ अनुकूलित पटकथा का ऑस्कर नॉमिनेशन भी मिला था। इस फ़िल्म को उन्होंने वार्नर ब्रोस. को बेचा था। हालाँकि, पियर्स के पास पटकथा लिखने का कोई अनुभव नहीं था, इसलिए वार्नर ब्रोस. ने इसमें मदद करने के लिए पियर्सन को भी नियुक्त किया। इस फ़िल्म की कहानी फ्लोरिडा के चेन गैंग में पियर्स के सच्चे अनुभव पर आधारित है, जहाँ उन्हें जालसाज़ी और तिजोरी तोड़ने के लिए बंदी बनाया गया था।
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ए नाइट एट द ओपेरा -
"ए नाइट एट द ओपेरा" 1935 में आज ही के दिन प्रीमियर हुई थी, और इसने मार्क्स ब्रदर्स अभिनीत कॉमेडी की एक नई शैली को चिन्हित किया। जॉर्ज एस. कॉफ़मैन और मॉरी रिसकाइंड ने इसकी पटकथा लिखी थी, साथ ही कई अतिरिक्त लेखकों ने चुटकुलों, संवादों और कहानी में अपना योगदान दिया था। MGM के "ए नाइट एट द ओपेरा" की ज़्यादा संरचित कहानी की वजह से पांचों मार्क्स ब्रदर्स, जिन्होंने पैरामाउंट फ़िल्मों में और ब्रॉडवे पर अपनी मसख़री हास्य शैली के साथ अपना नाम कमाया था, उन फ़िल्मों से बाहर निकल आये, जो चुटकुलों पर ज़्यादा और कथानक पर कम केंद्रित होते थे। MGM को लगा कि अराजक चुटकुले महिलाओं को अच्छे नहीं लग रहे हैं, और वो सही थे। नई शैली पुरुषों और महिलाओं दोनों के बीच बॉक्स ऑफिस पर हिट रही और उस साल MGM के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली फ़िल्मों में से एक बनी।
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टाइटैनिक -
"टाइटैनिक" शानदार चीज़ों से बनी फ़िल्म है: शानदार कहानी, शानदार लागत, और शानदार मुनाफ़ा। यह आज ही के दिन टोक्यो में रिलीज़ हुई थी और आगे चलकर इसने दुनिया भर में $2 बिलियन से ज़्यादा की कमाई की। यह उस समय की सबसे महँगी फ़िल्म थी, और साथ ही वो पहली फ़िल्म थी जो कमाई के मामले में बिलियन डॉलर तक पहुंची थी, हालाँकि स्टूडियो के कार्यकारियों को शुरुआत में ऐसा लगा कि इससे कोई मुनाफ़ा नहीं होगा। लेखक और निर्देशक जेम्स कैमेरॉन को हमेशा से जहाज़ के मलबों में दिलचस्पी थी और वो ख़ुद समुद्र के अंदर जाकर टाइटैनिक देखना चाहते थे। इसलिए, हॉलीवुड से थोड़ी फंडिंग पाने और कहानी की पिच देने के बाद, उन्होंने यही किया और 20th सेंचुरी फॉक्स को उस दृश्य के लिए पैसे देने के लिए मनाया जिसमें गोताखोर असली जहाज़ के मलबे के बीच से रोज़ का नेकलेस ढूंढकर लाते हैं।
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अरेस्टेड डेवलपमेंट -
मिशेल हर्विट्ज़ की "अरेस्टेड डेवलपमेंट" का प्रसारण 2003 में आज ही के दिन शुरू हुआ था। यह शो फॉक्स पर तीन सीज़न के लिए चला, इसके बाद 2013 में नेटफ्लिक्स पर इसे दोबारा लाया गया। इसे ज़्यादा दर्शक नहीं मिले, लेकिन इसे समीक्षकों की सराहना ज़रुर मिली और अपने कलाकारों और मज़ाकिया लेखन के लिए इसने एक विशेष वर्ग को अपना प्रशंसक भी बनाया। इस कॉमेडी शो में एक अमीर और बिखरे हुए परिवार की कहानी दिखाई गयी है, जिसे उस घर का बेटा माइकल ब्लथ चलाता है, क्योंकि अपने पिता के जेल जाने के बाद उसे मजबूरी में पारिवारिक चीज़ों की बागडोर अपने हाथ में लेनी पड़ती है। दो दर्ज़न से ज़्यादा लेखकों को इसके एपिसोड का श्रेय दिया गया है, जिसे छह प्राइमटाइम एमी अवार्ड्स और गोल्डन ग्लोब मिले थे। टाइम मैगज़ीन ने इसे अब तक के सबसे अच्छे टीवी शो में से एक बताया है।
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टोक्यो स्टोरी -
1937 की अमेरिकी फ़िल्म "मेक वे फॉर टुमारो" से प्रेरित होकर कोगो नोडा और यासुजिरो ओज़ू ने 103 दिन में "टोक्यो स्टोरी" की पटकथा लिखी थी। इसमें एक बुजुर्ग जोड़े की कहानी दिखाई गयी है, जो अपने बच्चों से मिलने के लिए टोक्यो जाते हैं, लेकिन वहां उनकी विधवा बहू को छोड़कर बाकी सब उन्हें अनदेखा कर देते हैं। "मेक वे फॉर टुमारो" की कहानी भी इससे काफ़ी मिलती-जुलती थी, लेकिन इसमें अवसाद-युग की थीम को ज़्यादा शामिल किया गया था। समीक्षक इस फ़िल्म को ओज़ू की बेहतरीन कृति मानते हैं, और साइट एंड साउंड मैगज़ीन ने अपने अंतिम डायरेक्टर्स पोल के दौरान इसे आज तक की सबसे अच्छी फ़िल्म का दर्ज़ा दिया था।
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डीन रिस्नर -
1918 में इस दिन जन्म लेने के बाद डीन रिस्नर ने जल्द ही अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत कर दी थी। मात्र चार साल की उम्र में, "डिंकी डीन," के रूप में मशहूर डीन रिस्नर ने "द पिलग्रिम" जैसी फ़िल्मों में चार्ली चैपलिन के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बाद में, वह रोनाल्ड रीगन की फ़िल्म "कोड ऑफ़ द सीक्रेट सर्विस" और "डर्टी हैरी" सहित कुछ क्लिंट ईस्टवुड की फ़िल्मों के क्रेडिट के साथ, फ़िल्म और टेलीविज़न लेखक बन गए। उन्हें "बिल एंड कू" के निर्देशन के लिए मानद ऑस्कर दिया गया था, जिसमें पक्षियों को मानव वेशभूषा में दिखाया गया था। 2002 में प्राकृतिक कारणों से रिस्नर का निधन हो गया।
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हैरी पॉटर एंड द सॉर्सरर्स स्टोन -
हालाँकि, जे.के. रोलिंग की किताबों की श्रृंखला के माध्यम से कई लोग पहले ही हैरी पॉटर और उसके साथियों से मिल चुके थे, लेकिन हैरी पॉटर की जादुई दुनिया तब जीवंत हुई, जब आज के दिन लंदन में इस श्रृंखला की पहली फ़िल्म का प्रीमियर किया गया। निर्माण कंपनी द्वारा $1.65 मिलियन में इस किताब के अधिकार ख़रीदने के बाद वार्नर ब्रोस. ने इसकी पटकथा लिखने के लिए स्टीव क्लोव्स को नियुक्त किया। वार्नर ब्रोस. द्वारा दिया गया सारांश पढ़ने के बाद, क्लोव्स ने ख़ुद किताब पढ़ी और इस श्रृंखला के बहुत बड़े प्रशंसक बन गए। उन्होंने बताया कि वो रोलिंग से मिलने को लेकर घबराये हुए थे क्योंकि उन्हें लग रहा था कि कहीं वो यह न सोचें कि उन्होंने उनकी कहानी को बर्बाद कर दिया है, लेकिन आख़िर में दोनों में अच्छी दोस्ती हो गयी। रोलिंग ने इस फ़िल्म, और इसके आगे के सात भागों पर बहुत ज़्यादा रचनात्मक नियंत्रण बनाये रखा।
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पियारोट ले फौ -
जीन-ल्यूक गोडार्ड की फिल्म "पियारोट ले फौ" 1965 में आज ही के दिन आयी थी। यह फ़िल्म भी गोडार्ड की दूसरी फ़िल्मों के नक्शेकदम पर चली थी, जहाँ कलाकार अक्सर दर्शकों के साथ जुड़ने के लिए सीधे कैमरे में देखते हैं, और इसमें बहुत सारे पॉप आर्ट और कार्टून जैसे दृश्य होते हैं। गोडार्ड को आख़िरी मिनट तक अपनी फ़िल्म की पटकथाएं लिखने के लिए जाना जाता था, और इस फ़िल्म के मामले में भी कुछ अलग नहीं था, जिसके कई दृश्यों को बिना किसी तैयारी के फिल्माया गया था। समीक्षक "पियारोट ले फौ," या अंग्रेज़ी में "पियारोट द मैडमैन" को गोडार्ड की फ़िल्म निर्माण शैली के सबसे अच्छे उदाहरणों में से एक मानते हैं, जिसने फ्रेंच न्यू वेव आंदोलन को आगे बढ़ाया था।
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द बिग परेड -
लॉरेंस स्टालिंग्स द्वारा लिखी गयी साइलेंट वॉर ड्रामा फ़िल्म "द बिग परेड" 1925 में आज ही के दिन आयी थी। इसमें प्रथम विश्व युद्ध के दौरान खाई युद्ध की वास्तविकताओं को दर्शाया गया था, जिसकी कहानी एक अमीर लड़के के इर्द-गिर्द घूमती है जो सेना में शामिल होता है और उसे फ्रांस में लड़ने के लिए भेज दिया जाता है, जहाँ बाद में उसे प्यार हो जाता है। निश्चित रूप से, ऐसा कहा जा सकता है कि यह अब तक की आर्थिक रूप से सबसे ज़्यादा सफल मूक फ़िल्मों में से एक है, जिसने यूएस बॉक्स ऑफिस पर लगभग $5 मिलियन की कमाई की थी। हालाँकि, उस समय अकादमी पुरस्कार नहीं होते थे, लेकिन फ़िल्म ने साल की सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म के लिए फोटोप्ले मैगज़ीन मेडल ज़रूर जीता था, जिसे पहला महत्वपूर्ण फ़िल्म पुरस्कार माना जाता है।
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माइकल कनिंघम -
जन्मदिन मुबारक हो, माइकल कनिंघम! इस पटकथा लेखक और उपन्यासकार का जन्म आज ही के दिन 1952 में हुआ था। माइकल कनिंघम का एक प्रतिष्ठित करियर रहा है, और उन्होंने ग्लेन क्लोज़, टोनी कोलेट, और मैरील स्ट्रीप अभिनीत "इवनिंग" के लिए पटकथा का सह-लेखन किया है, और उन्हें अपने उपन्यास "द ऑवर्स" के लिए पुलित्ज़र पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। वर्तमान में, कनिंघम येल विश्वविद्यालय में क्रिएटिव राइटिंग के लेक्चरर हैं।
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बीन -
ब्रिटिश कॉमेडी टीवी सीरीज़ पर आधारित "बीन" का 1997 में फ़िल्म के रूप में आज ही के दिन प्रीमियर हुआ था। इसकी कहानी मिस्टर बीन की दुर्गतियों पर आधारित है, जिसे अमेरिका जाने पर एक एलए संग्रहालय में मूल्यवान पेंटिंग पहुंचाने का काम सौंप दिया जाता है। रिचर्ड कर्टिस और रॉबिन ड्रिस्कॉल ने इसकी टेलीविज़न सीरीज़, और फ़िल्म की पटकथा दोनों लिखी थी। मिस्टर बीन के व्यक्तित्व को "बड़े आदमी के शरीर में बच्चे" के रूप में बताया जाता है, इसलिए हास्य के तत्वों में बहुत सारी शारीरिक कॉमेडी और स्लैपस्टिक शामिल हैं। आलोचक फ़िल्म से नाख़ुश थे, लेकिन इसने दर्शकों को थिएटर जाने से नहीं रोका। फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल हुई थी।
"बीन" की पटकथा पढ़ें।
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डेज ऑफ़ आवर लाइव्स -
“Like sands through the hourglass, so are the Days of Our Lives.” "डेज ऑफ़ आवर लाइव्स" टेलीविज़न सीरीज़ के इस ओपनिंग टाइटल सीक्वेंस के बाद से अब तक कुछ बहुत ज़्यादा बदलाव नहीं हुआ है, जो 1965 में आज ही के दिन शुरू हुई थी। लगभग 14,000 एपिसोड के बाद, यह सोप ओपेरा इस दुनिया के सबसे लंबे समय तक चलने वाले टेलीविज़न कार्यक्रमों में से एक बन गया है, जिसके एपिसोड 1965 में इस दिन से हर रोज़ सप्ताह के दिनों में प्रसारित होते हैं। इरना फिलिप्स, एलन चेस, टेड और बेटी कॉर्डे ने इस धारावाहिक का निर्माण किया है, जो मुख्य रूप से एक काल्पनिक शहर में रहने वाले दो परिवारों पर आधारित है। सात दशकों के समय में दर्ज़नों प्रमुख लेखकों को इसकी लेखन टीम में शामिल किया गया है और इसमें से निकाला गया है।
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अ नाईटमेयर ऑन एल्म स्ट्रीट -
वेस क्रेवेन ने हिंसक हत्याओं वाली फ़िल्म, "अ नाईटमेयर ऑन एल्म स्ट्रीट" लिखी और निर्देशित की है, जो 1984 में आज के दिन आयी थी। इसका रीमेक 2010 में प्रीमियर किया गया था। मूल फ़िल्म को आज तक की सबसे टॉप हॉरर फ़िल्मों में से एक माना जाता है, और इसके छह सीक्वल और टेलीविज़न शो स्पिनऑफ़ बनाये गए हैं। इस फ़िल्म की कहानी सपने और हक़ीक़त की कगार का पता लगाती है, और हालाँकि इस फ़िल्म को बड़ी सफलता मिली थी, फिर भी इसके लिए स्टूडियो पाना आसान नहीं था। अंत में, क्रेवेन ने न्यू लाइन सिनेमा को फ़िल्म बनाने के लिए राज़ी किया, और यह फ़िल्म न्यू लाइन को सफलता दिलाने वाली फ़िल्म बनी। क्रेवेन ने बताया कि उन्होंने यूनिवर्सल स्टूडियोज के अस्वीकरण पत्र को फ्रेम करवाकर रखा है, जिन्होंने कहा था कि "पटकथा को अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है।"
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रोनाल्ड हारवुड -
पटकथा लेखक, नाटककार और लेखक सर रोनाल्ड हारवुड का जन्म आज ही के दिन 1934 में हुआ था। उनका पिछले साल के अंत में निधन हो गया था। हारवुड ने ऑस्कर विजेता फ़िल्म "द पियानिस्ट" और ऑस्कर में नॉमिनेट की गयी फ़िल्म "द ड्रेसर" और "द डाइविंग बेल एंड द बटरफ्लाई" की पटकथा लिखी थी। हारवुड का जन्म केप टाउन, दक्षिण अफ्रीका में रोनाल्ड हॉरविट्ज़ के रूप में हुआ था, लेकिन थिएटर करने के लिए लंदन जाने के बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर हारवुड रख लिया था। उन्हें कहा गया था कि किसी स्टेज एक्टर के लिए उनका नाम "बहुत यहूदी" है। द रॉयल सोसाइटी ऑफ़ लिटरेचर के अध्यक्ष, रॉयल लिटरेरी फंड के अध्यक्ष और ऑर्डर ऑफ़ द ब्रिटिश एम्पायर के कमांडर जैसे सम्मान प्राप्त करने के बाद, 2010 में हारवुड को नाइट की उपाधि भी दी गयी। उन्हें 2014 में नेशनल ज्यूइश थिएटर फाउंडेशन लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड भी मिला था।
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लॉस ऑलवाइडेडोस -
लैटिन अमेरिकी सिनेमा की उत्कृष्ट कृति मानी जाने वाली, "लॉस ऑलवाइडेडोस" (या यूएस में "द यंग एंड द डैम्ड") आज ही के दिन प्रीमियर हुई थी और शुरुआत में इसे लोगों और प्रेस की बहुत कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था, जिन्होंने फ़िल्म को "बेहद बेरंग" कहा था। स्पेनियार्ड लुइस बेन्यूल ने इसकी कहानी लिखी थी और इसे निर्देशित भी किया था, जो मेक्सिको शहर में बच्चों की गरीबी के बारे में दिखाती है। आलोचकों को यह बिल्कुल अच्छा नहीं लगा कि कोई विदेशी मेक्सिको की गरीबी और अपराध की समस्या को सबके सामने उजागर कर रहा है। 2002 में, मेक्सिको की नेशनल ऑटोनोमस यूनिवर्सिटी के फ़िल्म वेयरहाउस में किसी ने इसका वैकल्पिक "अच्छा अंत" खोजा था। 2005 में इस फ़िल्म को सीमित मात्रा में दर्शकों के लिए दोबारा पर्दे पर लाया गया और 2019 के कांस फ़िल्म फ़ेस्टिवल में इस फ़िल्म का पुनर्स्थापित संस्करण प्रस्तुत किया गया।
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सेसमे स्ट्रीट -
जोआन गंज़ कूनी और लॉयड मॉरिसेट ने बच्चों के टेलीविज़न शो "सेसमे स्ट्रीट" का निर्माण किया था, जो शैक्षिक कहानियां बताने के लिए कठपुतलियों, एनीमेशन, और असली कलाकारों का इस्तेमाल करता था। सबसे पहले इसे 1969 में आज ही के दिन प्रसारित किया गया था। अमेरिका में, लगभग 95 प्रतिशत छोटे बच्चों ने यह शो देखा है, और 85 मिलियन से ज़्यादा अमेरिकी वयस्क लोगों ने बचपन में यह शो देखा है। इस कार्यक्रम के लेखक पाठ्यक्रम और राइटर्स नोटबुक पर निर्भर रहते हैं, जिससे उन्हें कथानक और कॉमेडी के माध्यम से पाठ्यक्रम पर आधारित शो लिखने की चुनौतियों को दूर करने में मदद मिलती है। बाद में, पटकथाओं की समीक्षा की जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वो शैक्षिक और मनोरंजक सामग्रियों के अनुसार रहें।
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द प्रोड्यूसर्स -
साल भर पहले पेंसिल्वेनिया में बेहद खराब प्रीमियर के बाद, "द प्रोड्यूसर्स" को आज के दिन व्यापक स्तर पर लोगों के सामने पेश किया गया। यह दो बेवकूफ निर्माताओं की कहानी है जो हिटलर के बारे में एक बेकार नाटक का निर्माण करके बूढ़ी औरतों से पैसे निकालने के लिए उन्हें ठगने की कोशिश करते हैं, लेकिन वो नाटक बहुत सफल हो जाता है। उस समय के दर्शकों को हिलटर पर बनी कॉमेडी फ़िल्म में कोई हंसी नहीं दिखाई दी, लेकिन आगे चलकर मेल ब्रुक्स को अकादमी पुरस्कारों और राइटर्स गिल्ड ऑफ़ अमेरिका - पूर्व में सर्वश्रेष्ठ पटकथा का पुरस्कार मिला। स्वीडन में, इस फ़िल्म को "स्प्रिंगटाइम फॉर हिटलर" के नाम से रिलीज़ किया गया, जहाँ ये इतनी ज़्यादा लोकप्रिय हुई कि उस देश में मेल ब्रुक्स की अगली सभी फिल्मों के नाम में "स्प्रिंगटाइम फॉर …” जोड़ा जाने लगा ("स्प्रिंगटाइम फॉर शेरिफ" - ब्लेज़िंग सैडल्स; "स्प्रिंगटाइम फॉर स्पेस" – स्पेसबॉल्स; "स्प्रिंगटाइम फॉर फ्रेंकस्टीन"- यंग फ्रेंकस्टीन)।
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होम अलोन -
"होम अलोन" का प्रीमियर 1990 में आज ही के दिन हुआ था, जिसे छुट्टियों के समय ज़रूर देखा जाता है। इस क्लासिक कॉमेडी की पटकथा जॉन ह्यूजेस ने लिखी थी, जो एक छोटे लड़के पर केंद्रित है, जिसका परिवार छुट्टियों पर फ्रांस जाते समय गलती से उसे घर पर छोड़ देता है। उसके बाद, उसे अपने घर को चोरों से बचाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। ह्यूजेस ने कहा कि उन्हें इस फ़िल्म का आईडिया तब आया था जब वो छुट्टियों पर जाने की तैयारी कर रहे थे और उन सारी चीज़ों की सूची बना रहे थे जो उन्हें अपने साथ ले जानी थी। उन्होंने सोचा, "अगर मैं अपने 10 साल के बच्चे को घर पर छोड़ दूं तो क्या होगा?" फ़िल्म ने मैकाले कल्किन के करियर की शुरुआत की और तब से यह अमेरिकी दर्शकों के बीच पसंदीदा क्रिसमस फ़िल्म बन गयी है। 1992 में इसकी एक सीक्वल भी आयी थी, जिसका नाम था, "होम अलोन 2: लॉस्ट इन न्यूयॉर्क।"
"होम अलोन" की शूटिंग स्क्रिप्ट पढ़ें।
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जेनिफर सेलोटा -
जन्मदिन मुबारक हो, जेनिफर सेलोटा! सेलोटा एक मशहूर टेलीविज़न लेखिका, निर्माता, और निर्देशिका हैं, जिन्होंने "होम इम्प्रूवमेंट," "टू गिव्स एंड ए गर्ल", "मैल्कम इन द मिडिल", "द ऑफिस" और "द न्यूज़रूम" जैसे कार्यक्रमों के लिए लिखा है। उन्होंने "कोबरा काई" और "द न्यूज़रूम" के एपिसोड भी निर्देशित किए हैं, और हाल ही में नेटफ्लिक्स के "स्पेस फोर्स" टीवी शो पर सलाहकार निर्माता के रूप में भी काम किया है।
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डक सूप -
मार्क्स ब्रदर्स की कॉमेडी फ़िल्म "डक सूप" का प्रीमियर 1933 में आज ही के दिन हुआ था। यह पैरामाउंट पिक्चर्स के लिए इन भाइयों की आख़िरी फ़िल्मों में से एक थी और वो आख़िरी फिल्म थी जिसमें ज़ेप्पो मार्क्स दिखाई दिए थे। कोड से पहले की इस कॉमेडी फ़िल्म की पटकथा बर्ट कलमार और हैरी रूबी ने लिखी थी, जो उस समय तक हेज़ कोड के कड़े नियमों के अधीन नहीं थी, जो अश्लीलता, सेक्स, ड्रग्स और धार्मिक उपहास को सेंसर कर देते थे। फ़िल्म के कई नाम रखे गए थे और स्क्रिप्ट में कई बार बदलाव भी हुए थे, और एक वक़्त पर इसे "फायरक्रैकर्स" और "क्रैक्ड आइस" भी कहा गया था। हालाँकि, अन्य मार्क्स ब्रदर्स फ़िल्मों की तरह इसे तुरंत व्यावसायिक सफलता नहीं मिली, लेकिन इस फ़िल्म ने संपूर्ण इतिहास में कई अन्य प्रसिद्ध कलाकारों को प्रेरित किया, जिनमें अपनी फ़िल्म "हेल्प!" में द बीटल्स और फ़िल्मकार वुडी एलन और सैचा बैरन कोहेन शामिल हैं।
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रेजिंग बुल -
राष्ट्रीय फ़िल्म रजिस्ट्री में संरक्षण के लिए चुनी जाने वाली पहली फ़िल्म, "रेजिंग बुल," 1980 में आज ही के दिन प्रीमियर हुई थी। इसे मार्टिन स्कॉर्सेस की उत्कृष्ट कृति माना जाता है, लेकिन इन सबकी शुरुआत उस कहानी से हुई थी जिसका रॉबर्ट डी नीरो ने पुरज़ोर तरीके से समर्थन किया था और मार्डीक मार्टिन और पॉल श्रेडर ने पर्दे के लिए इसे पटकथा में तब्दील किया था। शुरुआत में, स्टूडियो ने यह कहकर पटकथा को नकार दिया था कि यह एक्स-रेटेड और हिंसक है, और इसे ज़्यादा दर्शक नहीं मिलेंगे। उसके थोड़े समय के बाद, डी नीरो और स्कॉर्सेस ने कहानी दोबारा तैयार करने के लिए सेंट मार्टिन द्वीप पर दो हफ़्ते बिताये, और बाकी की चीज़ें अब इतिहास हैं। हालाँकि, डी नीरो और स्कॉर्सेस को इसकी पटकथा का श्रेय नहीं दिया गया।
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फैंटेसिया -
1940 में डिज्नी की "फैंटेसिया" आज के दिन ट्रेवलिंग थिएट्रिकल फ़ीचर के रूप में आयी थी। यह डिज्नी की तीसरी एनिमेटेड फ़िल्म थी, लेकिन यह बाकी सबसे अलग थी क्योंकि इसमें कोई एक कहानी नहीं थी, बल्कि यह क्लासिकल म्यूजिक के साथ बनाई गयी एनिमेटेड शॉर्ट फ़िल्मों की सीरीज़ थी। एनिमेटेड एक्शन के पीछे काम करने के बजाय, इसके संगीत ने दृश्यों का निर्माण किया था। इस फ़िल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, क्योंकि दूसरे विश्व युद्ध की वजह से यूरोप में फ़िल्म वितरित नहीं हो पायी थी, लेकिन यह फ़िल्म निर्माता को महँगी पड़ी थी। हालाँकि, आलोचकों को यह पसंद आयी और इसे एक उत्कृष्ट कृति समझा जाता है, और सभी डिज्नी पार्कों, वीडियो गेम्स इत्यादि ने इससे प्रेरणा ली है। इस फ़िल्म पर 25 से ज़्यादा लेखकों और 1,000 कलाकारों ने काम किया है।
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कैसिनो रॉयल -
नील पूर्वीस और रॉबर्ट वेड ने 2004 में "कैसिनो रॉयल" की पटकथा लिखनी शुरू की थी, और बाद में फ़िल्म का क्लाइमेक्स लिखने के लिए पॉल हैगिस उनके साथ जुड़े थे। यह फ़िल्म 2006 में आज ही के दिन आयी थी। पटकथा लेखकों ने पियर्स ब्रॉसनन को दिमाग में रखकर इस फ़िल्म की पटकथा लिखी थी, लेकिन आख़िर में डेनियल क्रैग ने यह किरदार निभाया। इऑन प्रोडक्शंस को लगा कि इससे पहले आयी बांड फ़िल्में स्पेशल इफेक्ट्स और कंप्यूटर-जनरेटेड इमेजरी पर बहुत ज़्यादा निर्भर थी, इसलिए वो "कैसिनो रॉयल" को इसके मूल किताब संस्करण के ज़्यादा करीब रखना चाहते थे, और इससे पहले आयी, "डाई अनदर डे" से कम "काल्पनिक" बनाना चाहते थे। हालाँकि, हैगिस ने फ़िल्म का अंत किताब से अलग रखा था, (आगे स्पॉइलर है) जिसमें वेस्पर को आत्म-हत्या करते हुए दिखाने के बजाय, बॉन्ड को उसे बचाने की कोशिश करते हुए दिखाया गया है। यह एक ज़्यादा डार्क बॉन्ड फ़िल्म है और इसे सीरीज़ का अच्छा पुनर्निर्माण माना गया है।
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नेटवर्क -
पैडी चयफ़्स्की की "नेटवर्क" को अकादमी पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ पटकथा के पुरस्कार से नवाज़ा गया था, और WGA ने इसे आज तक की 10 सबसे अच्छी पटकथाओं में शुमार किया है। यह एक न्यूज़ नेटवर्क की व्यंग्यात्मक कहानी है जो बुरी रेटिंग्स से जूझ रही है। इसकी सबसे मशहूर लाइन, "मैं बिल्कुल पागल हूँ, और मैं अब इसे और बर्दाश्त नहीं करूंगा," को बाद की कई फ़िल्मों और टीवी शो में दोहराया गया है। रॉटेन टोमैटोज़ पर यह फ़िल्म 92% "फ्रेश" रेटिंग बनाए हुए है।
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अनब्रेकेबल -
एम. नाईट श्यामलन द्वारा लिखी और निर्देशित की गयी "अनब्रेकेबल" एक डिकंस्ट्रक्टेड सुपर-हीरो फ़िल्म है, और आज तक की सबसे फायदेमंद स्पेक स्क्रिप्ट डील्स में से एक है। इसकी पटकथा के लिए डिज्नी ने श्यामलन को $5 मिलियन दिए थे, जो उनकी सुपर-हिट फ़िल्म "द सिक्स्थ सेंस" के लिए किये गए भुगतान का दोगुना था। "द सिक्स्थ सेंस" की अत्यधिक सफलता के दौरान बिक्री घट गयी थी, जिसकी वजह से डिज्नी को लगा कि उनके हाथ में एक और बड़ी फ़िल्म आ गयी है। इस फ़िल्म ने $75 मिलियन के निर्माण बजट पर $248 मिलियन की कमाई की थी।
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डीटूर -
पटकथा लेखक मार्टिन गोल्डस्मिथ ने 1945 की फ़िल्म नोयर "डीटूर" की पटकथा लिखी थी, जिसका आज ही के दिन प्रीमियर हुआ था। मार्टिन मूनी ने गोल्डस्मिथ के इसी नाम के उपन्यास को रूपांतरित करने में भी मदद की थी, हालाँकि, इसके लिए उन्हें कोई श्रेय नहीं दिया गया। इस फ़िल्म की कहानी लिफ्ट लेने वाले एक पियानोवादक पर केंद्रित है, जिसे किसी और की पहचान लेने के बाद कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं का सामना करना पड़ता है। मोशन पिक्चर एसोसिएशन ने मोशन पिक्चर प्रोडक्शन कोड का हवाला देते हुए कहानी का अंत बदलने पर मजबूर किया था, जिसमें मुख्य चरित्र को पुलिस की गाड़ी में ले जाते हुए दिखाया जाता है क्योंकि कोड फ़िल्मों में हत्यारों को अपने अपराधों से बचने की अनुमति नहीं देता था।
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इल्डिको एनेडी -
जन्मदिन मुबारक हो, इल्डिको एनेडी! इस हंगेरियन निर्देशिका और पटकथा लेखिका को 80 के दशक के अंत में आयी फ़िल्म, "माय 20th सेंचुरी," की वजह से प्रसिद्धि हासिल हुई थी, जिसके लिए उन्होंने कांन्स फ़िल्म फ़ेस्टिवल में गोल्डन कैमरा अवॉर्ड जीता था। उसके बाद के सालों में उन्होंने और भी कई फ़िल्मों का निर्देशन किया। लेकिन फिर दो दशक तक उन्होंने कोई फ़िल्म नहीं बनाई, इसके बाद 2017 में उनकी फ़िल्म "ऑन बॉडी एंड सोल" रिलीज़ हुई, जिसके लिए उन्होंने बर्लिन इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल में गोल्डन बेयर जीता था और ऑस्कर अवॉर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा की फ़िल्म के लिए ऑस्कर नॉमिनेशन पाया था।
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एंटल -
आपको पता है, बारब्रा स्ट्रेसैंड – जी हाँ, अमेरिकी गायिका – वो एकमात्र ऐसी महिला हैं जिन्होंने गोल्डन ग्लोब्स में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का अवॉर्ड जीता है? उन्होंने रोमांटिक म्यूजिकल फ़िल्म "एंटल" के लिए यह पुरस्कार जीता था, जो इसी नाम के एक नाटक पर आधारित थी, जो इसाक बशेविस सिंगर की शॉर्ट स्टोरी, "एंटल द एशिवा बॉय," पर बनाई गयी थी। यह फ़िल्म 1983 में आज के दिन आयी थी। बारब्रा स्ट्रेसैंड ने जैक रोसेंथल के साथ मिलकर इस फ़िल्म की पटकथा भी लिखी थी, साथ ही इसे सह-निर्मित किया था और इसमें अभिनय भी किया था। इस फ़िल्म की कहानी एक युवा यहूदी लड़की पर आधारित है, जो ताल्मुदिक क़ानून सीखने के लिए लड़का होने का नाटक करती है। फ़िल्म का मूल सिद्धांत म्यूजिकल नहीं था, लेकिन स्ट्रेसैंड को अपने साथ किसी स्टूडियो को जोड़ने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा था, क्योंकि उन्हें लगा कि फ़िल्म की कहानी एक जाति विशेष से बहुत ज़्यादा संबंधित है। इसलिए, उन्होंने इसमें संगीत का घटक शामिल कर दिया, क्योंकि बारब्रा स्ट्रेसैंड के साथ म्यूजिकल फ़िल्म का आईडिया लोगों को ज़्यादा पसंद आता। इस फ़िल्म के निर्माण में 15 साल और 20 पटकथाएं लगी थीं।
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वेलेरिया ब्रूनी टेडेस्की -
अभिनेत्री, पटकथा लेखिका और निर्देशिका वेलेरिया ब्रूनी टेडेस्की आज ही के दिन अपना जन्मदिन मनाती हैं। यह फ्रांसीसी-इतालवी फ़िल्म निर्माता शायद अपनी फ़िल्म "ए कैसल इन इटली" के लिए सबसे ज़्यादा मशहूर हैं, जिसे 2013 के कान फ़िल्म समारोह में पाल्मे डी'ओर पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया था। उन्होंने "इट्स इज़ीयर फॉर ए कैमल" और "द समर हाउस" भी लिखी है। अपने फ़िल्म निर्माण और अभिनय करियर में उन्होंने 60 से ज़्यादा पुरस्कार जीते हैं या नॉमिनेट हुई हैं।
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मार्टिन स्कॉर्सेस -
फ़िल्म निर्माता मार्टिन स्कॉर्सेस को जन्मदिन की बहुत सारी शुभकामनाएं। उन्हें इतिहास के सबसे महान और सबसे प्रभावशाली फ़िल्मकारों में से एक माना जाता है, जिन्होंने AFI का लाइफ अचीवमेंट अवॉर्ड, एकेडमी अवॉर्ड, एमी अवॉर्ड, गोल्डन ग्लोब्स, पाम डी'ओर, हॉलीवुड वॉक ऑफ़ फेम पर एक स्टार और यहाँ तक कि "नो डायरेक्शन होम" के लिए सर्वश्रेष्ठ म्यूजिक फ़िल्म का ग्रैमी अवॉर्ड भी जीता है। उनकी फ़िल्में अक्सर धार्मिक अपराधबोध, भ्रष्टाचार के विषयों पर आधारित होती थी, और वो हमेशा रॉबर्ट डी नीरो जैसे अभिनेताओं के साथ काम करते थे। स्कॉर्सेस ने मशहूर फ़िल्मों से लेकर अज्ञात फ़िल्मों तक, फ़िल्मों को पहचानने, रिस्टोर, और संरक्षित करने के लिए , द फ़िल्म फाउंडेशन, वर्ल्ड सिनेमा प्रोजेक्ट, और अफ्रीकन फ़िल्म हेरिटेज प्रोजेक्ट की स्थापना की।
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बेन हर -
"बेन हर" ल्यू वालेस के 1880 के उपन्यास पर आधारित थी, जिसे कार्ल ट्यूनबर्ग ने फ़िल्म की पटकथा में बदला था, जो 1959 की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फ़िल्म बनी, और आज तक अकादमी पुरस्कारों में 11 ऑस्कर जीतने वाली तीन फिल्मों में से एक बनी हुई है (उस साल इसे 15 में से 12 श्रेणियों में नॉमिनेट किया गया था)। बाद के ड्राफ्ट में "अत्यधिक-आधुनिक" संवादों को सामान्य बनाने के लिए चार और लेखकों को परियोजना में लाया गया था, जिनमें नाटककार मैक्सवेल एंडरसन, नाटककार एस.एन. बेहरमन, लेखक गोर विडाल और कवि और नाटककार क्रिस्टोफर फ्राई शामिल थे। 230 पन्नों की अंतिम पटकथा तैयार होने से पहले इसके 12 संस्करण लिखे गए थे।
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मैल्कम एक्स -
फ़िल्म निर्माता स्पाइक ली और पटकथा लेखक अर्नोल्ड पर्ल ने एक साथ मिलकर "मैल्कम एक्स" की पटकथा लिखी थी, जो काफ़ी हद तक एलेक्स हैली द्वारा लिखी गयी "द ऑटोबायोग्राफी ऑफ़ मैल्कम एक्स" पर आधारित थी, जो 1992 में आज ही के दिन प्रीमियर हुई थी। यह फ़िल्म मैल्कम एक्स के जीवन की कहानी बताती है, और डेंज़ल वाशिंगटन इसकी भूमिका में दिखाई देते हैं। निर्माता मर्विन वर्थ ने शुरू में पटकथा लिखने के लिए पर्ल और जेम्स बाल्डविन को काम पर रखा था, लेकिन पटकथा पूरी होने से पहले ही पर्ल का निधन हो गया। 16 साल बाद बाल्डविन की भी मौत हो गयी, और ली ने दोबारा इसकी पटकथा लिखी। मूल पटकथा में किये गए संसोधनों की वजह से बाल्डविन के परिवार के अनुरोध पर क्रेडिट्स से उनका नाम हटा दिया गया। रोजर एबर्ट ने इस फ़िल्म को 90 के दशक की दस सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक का स्थान दिया था। मैल्कम एक्स की भूमिका के लिए वाशिंगटन को अकादमी अवॉर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का नॉमिनेशन मिला था।
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वन फ्लू ओवर द ककूज नेस्ट -
लॉरेंस हौबेन और बो गोल्डमैन ने केन केसी के इसी नाम के उपन्यास के आधार पर "वन फ्लू ओवर द ककूज नेस्ट" की पटकथा लिखी थी। यह 40 सालों से भी ज़्यादा लंबे वक़्त में अकादमी पुरस्कारों के पांच सबसे बड़े पुरस्कार जीतने वाली पहली फ़िल्म थी, जिनमें सर्वश्रेष्ठ पिक्चर, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री और सर्वश्रेष्ठ पटकथा के पुरस्कार शामिल थे। कहा जाता है कि लेखक केसी ने कभी यह फ़िल्म नहीं देखी, क्योंकि वो फ़िल्म के लिए बदले गए कहानी के संस्करण से ख़ुश नहीं थे। इस फ़िल्म को अब तक की सबसे बेहतरीन फ़िल्मों में से एक माना जाता है।
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टॉय स्टोरी -
जॉस व्हेडन, एंड्रयू स्टैंटन, जोएल कोहेन और एलेक सोकोलो द्वारा लिखी गयी, "टॉय स्टोरी," स्टैंटन, जॉन लैसेटर, पीट डॉकर, और जो रानफ्ट की एक कहानी पर आधारित है। यह पूरी तरह से कंप्यूटर एनिमेटेड पहली फ़िल्म थी और साथ ही पिक्सर की भी पहली फ़िल्म थी। 1988 में बनी कंप्यूटर एनिमेटेड शॉर्ट "टिन टॉय" की सफलता के आधार पर, डिज्नी ने यह फ़िल्म बनाने के लिए पिक्सर से संपर्क किया। फ़िल्म की असली अवधारणा में वेंट्रिलॅक्विस्ट डमी और वुडी नाम के विलेन के साथ, टिन्नी को नायक के रूप में पेश किया जाना था। पिक्सर के स्टोरी टीम के सदस्यों के पास फीचर लिखने का बहुत कम अनुभव था और वो रॉबर्ट मैकी के कहानी कहने के सिद्धांतों पर दिए गए तीन दिन के सेमिनार पर बहुत ज़्यादा निर्भर थे। बाद के ड्राफ्ट में वुडी के चरित्र को उस प्यारे काऊबॉय में बदल दिया गया, जिसे आज हम जानते हैं।
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जोडी फॉस्टर -
मशहूर अमेरिकी अभिनेत्री और फ़िल्म निर्माता जोडी फॉस्टर आज ही के दिन अपना जन्मदिन मनाती हैं। तीन साल की उम्र में उनका करियर पेशेवर मॉडलिंग के साथ शुरू हुआ था, और उन्होंने छह साल की उम्र में अभिनय शुरू किया था। उनकी मशहूर भूमिकाओं में "साइलेंस ऑफ़ द लैम्ब्स" में क्लेरिस और "टैक्सी ड्राइवर" में आइरिस शामिल हैं, हालाँकि, उन्होंने 80 से ज़्यादा टीवी शो और फ़िल्मों में अभिनय किया है। नेटफ्लिक्स के 'ऑरेंज इज़ द न्यू ब्लैक,' 'ब्लैक मिरर,' और 'हाउस ऑफ़ कार्ड्स' के एपिसोड सहित, उन्होंने पिछले एक दशक में निर्देशन पर ज़्यादा फोकस किया है।
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चार्ली कॉफ़मैन -
फ़िल्म निर्माता और उपन्यासकार चार्ली कॉफमैन आज ही के दिन अपना जन्मदिन मनाते हैं। उनकी फिल्मों में "बीइंग जॉन मल्कोविच," "अडॉप्टेशन," और "एटर्नल सनशाइन ऑफ़ द स्पॉटलेस माइंड" शामिल हैं, और इन सभी फ़िल्मों की प्रकृति को अतियथार्थवादी बताया जाता है। वो अपने काम के माध्यम से जीवन के अर्थ के बारे में गहराई से सोचते थे, हालाँकि, उन्होंने अपना करियर "नेशनल लैम्पून" पत्रिका के लिए स्पूफ और हास्य लेख लिखने के साथ शुरू किया था। उन्होंने टैलेंट एजेंट खोजने का प्रयास करते हुए "मैरिड ... विद चिल्ड्रन" और "द सिम्पसंस" जैसे टीवी कार्यक्रमों के लिए कई स्पेक स्क्रिप्ट भी लिखे, आख़िर में जिसका उन्हें फ़ायदा मिला। 2020 में, उनका पहला उपन्यास "एन्टकाइंड" आया था।
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लैरी करस्ज़ेव्स्की -
जन्मदिन मुबारक हो, लैरी करस्ज़ेव्स्की! करस्ज़ेव्स्की ने "प्रॉब्लम चाइल्ड," "एड वुड," "द पीपल वर्सेस लैरी फ्लिंट," और "बिग आईज़" फ़िल्मों पर काम किया है। वो लगभग हमेशा पटकथा लेखक स्कॉट अलेक्जेंडर के साथ काम करते हैं, जो दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में फ़िल्म निर्माण की पढ़ाई करते समय उनके रूममेट हुआ करते थे। उन्होंने सैटेलाइट अवॉर्ड्स, गोल्डन ग्लोब्स और इंडिपेंडेंट स्पिरिट अवॉर्ड्स से सर्वश्रेष्ठ लेखन और सर्वश्रेष्ठ पटकथा का सम्मान जीता है, हाल ही में उन्होंने अपनी पहली टीवी सीरीज़, "अमेरिकन क्राइम स्टोरी" के लिए बड़ी जीत हासिल की है, जिसने 2016 में प्रसारण के बाद से नौ एमी जीते हैं।
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रॉकी -
सिल्वेस्टर स्टेलॉन द्वारा लिखित और अभिनीत, "रॉकी," 1976 की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फ़िल्म थी, जबकि इसे केवल $1 मिलियन के निर्माण बजट में बनाया गया था। उस साल इसे सर्वश्रेष्ठ पिक्चर का ऑस्कर पुरस्कार दिया गया था और आगे चलकर इसके सात सीक्वल बने, जिनमें से छह स्टेलॉन ने लिखे थे। स्टेलॉन ने पहली पटकथा केवल तीन दिन में तैयार की थी, और स्टेलॉन ने फ़िल्म में उन्हें मुख्य भूमिका निभाने देने की शर्त के साथ यूनाइटेड आर्टिस्ट्स को यह पटकथा बेची थी। इस फ़िल्म में उनके परिवार ने भी छोटी-छोटी भूमिकाएं निभाई थीं।
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फ्रैंकेंस्टीन -
आज तक की सबसे प्रसिद्ध हॉरर कहानियों में से एक, "फ्रैंकेंस्टीन," को गैरेट फोर्ड और फ्रांसिस एडवर्ड फरागो ने पैगी वेबलिंग के नाटक से रूपांतरित किया था, जो मैरी शेली के उपन्यास पर आधारित था। रॉबर्ट फ्लोरे और जॉन रसेल ने भी इसकी पटकथा लिखने में मदद की थी, हालाँकि, उन्हें इसका श्रेय नहीं दिया गया। इस फ़िल्म ने अनगिनत सीक्वल प्रेरित किये और इसे लाइब्रेरी ऑफ़ कांग्रेस द्वारा यूनाइटेड स्टेट्स फ़िल्म रजिस्ट्री में संरक्षण के लिए चुना गया।
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ओल्डबॉय -
कोरियाई नियो-नोयर एक्शन थ्रिलर "ओल्डबॉय" का प्रीमियर 2003 में आज ही के दिन हुआ था, जो पार्क चान-वूक की "द वेंजेंस ट्रिलॉज़ी" की दूसरी फ़िल्म थी। इसकी कहानी गारोन त्सुचिया की जापानी मंगा सीरीज़ पर आधारित है, जिसका चित्रण नोबुकी मिनेगिशी ने किया है। विशेषज्ञों ने फ़िल्म के सिंगल-शॉट एक्शन सीक्वेंस की बहुत तारीफ़ की थी, और अब इसे अपने समय की सर्वश्रेष्ठ नियो-नोयर फ़िल्मों में से एक माना जाता है। नियो-नोयर ऐसी समकालीन फ़िल्मों के बारे में बताता है, जिन्होंने फ़िल्म नोयर शैली को पुनर्जीवित किया है। जून-ह्युंग लिम और जो-युन ह्वांग ने फ़िल्म की पटकथा लिखने में मदद की थी, जिसने 2004 के कान फ़िल्म समारोह में ग्रैंड प्रिक्स जूरी अवार्ड जीता था, जहाँ जूरी में क्वेंटिन टारनटिनो ने अध्यक्षता की थी।
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फ्रोज़ेन -
जेनिफर ली ने डिज्नी के लिए "फ्रोज़ेन" की पटकथा लिखी थी, जो सात साल पहले आज ही के दिन आयी थी। यह कंप्यूटर एनिमेटेड फ़िल्म हांस क्रिस्चियन एंडरसन की परिकथा, "द स्नो क्वीन" पर आधारित थी, और डिज्नी ने पहली बार 1937 में इस कहानी पर फ़िल्म बनाने के बारे में सोचा था। लेकिन, उस समय स्टूडियो को लगा कि ज़्यादा आधुनिक दर्शक इस फ़िल्म को ख़ुद से नहीं जोड़ पाएंगे, इसलिए इस आईडिया पर कोई काम नहीं हुआ। कई बार इस परियोजना पर काम करने की कोशिश भी हुई, लेकिन ली को 2012 में जाकर सफलता हासिल हुई। उन्होंने नॉर्वे, एनीम, और दूसरी शानदार एडवेंचर फ़िल्मों से प्रेरणा ली थी, और एक टीम के साथ नौ महीने तक इसकी कहानी पर काम किया था। और उन्हें इसका अच्छा नतीजा भी मिला। "फ्रोज़ेन" दुनिया भर में लगभग $1.3 बिलियन की कमाई करके उस साल की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फ़िल्म बनी थी।
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रॉबर्ट टाउन -
जन्मदिन मुबारक हो, रॉबर्ट टाउन! यह अमेरिकी फ़िल्म निर्माता और अभिनेता 1934 में आज ही के दिन पैदा हुए थे। टाउन "चाइनाटाउन" की पटकथा लिखने के लिए सबसे प्रसिद्ध हैं, जिसके बारे में कई आलोचकों का कहना है कि यह अब तक लिखी गई सर्वश्रेष्ठ पटकथाओं में से एक है। उन्होंने दो "मिशन: इम्पॉसिबल" की पटकथाएं भी लिखी थीं। उनके करियर की शुरुआत टेलीविज़न के लिए लिखने के साथ हुई थी, जहाँ उन्होंने "द आउटर लिमिट्स," और "ब्रेकिंग पॉइंट" जैसे शो पर काम किया था, इसके बाद उन्हें "ड्राइव, ही सेड" और "द गॉडफादर" जैसी फ़िल्मों पर बिना क्रेडिट वाले रीराइट करने के लिए स्क्रिप्ट डॉक्टर का काम मिल गया था। अब उनका करियर वहीं आ गया है जहाँ से उन्होंने शुरुआत की थी, क्योंकि अब वो दोबारा "मैड मैन" सहित टीवी कार्यक्रमों पर परामर्श निर्माता के रूप में काम करते हैं।
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मोआना -
जेरेड बुश ने कहानी में सात अन्य लेखकों की मदद के साथ डिज्नी म्यूज़िकल "मोआना" की पटकथा लिखी थी, जिसका प्रीमियर 2016 में आज ही के दिन हुआ था। इसकी कहानी एक पॉलिनेशियन लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे सबकुछ सही करने के लिए एक देवता को ढूंढकर अपने द्वीप को दिया गया अभिशाप तोड़ने की ज़रूरत होती है। इस फ़िल्म की शुरूआती पटकथा तायका वेट्टी ने लिखी थी, लेकिन बाद में उन्होंने एक इंटरव्यू में मज़ाक में कहा कि अंतिम स्क्रिप्ट में उनके ड्राफ्ट से बस एक स्लगलाइन ली गयी है। यह फ़िल्म वॉल्ट डिज्नी स्टूडियो की 56वीं एनिमेटेड फ़िल्म थी। इसे सर्वश्रेष्ठ एनिमेटेड फ़िल्म के लिए ऑस्कर नॉमिनेशन मिला था।
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बाइसिकल थीव्स -
इतालवी फ़िल्म "बाइसिकल थीव्स" को विटोरिया डी सेका, ओर्स्टे बियानकोली, सुसो सेची डी'अमिको, एडोल्फो फ्रैंकी, गेरार्डो गेरार्डी, और जेरार्डो गुएरिएरी द्वारा लुइजी बार्टोलिनी के लिखे एक उपन्यास से रूपांतरित किया गया था। इसकी कहानी एक पिता पर केंद्रित है जो पूरे रोम में अपनी चोरी हुई साइकिल ढूंढता है। लेखक दूसरे विश्वयुद्ध के बाद इटली में व्याप्त गरीबी और बेरोजगारी का चित्रण करना चाहते थे। इस फ़िल्म ने सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा की फ़िल्म के लिए मानद अकादमी पुरस्कार जीता था और साथ ही इसने साइट एंड साउंड मैगज़ीन की आज तक की सबसे अच्छी फ़िल्मों में भी अपनी जगह बनाई है।
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हाउसकीपिंग -
बिल फोर्सिथ ने 1980 के दशक के मैरिलिन रॉबिन्सन के उपन्यास पर आधारित फ़िल्म "हाउसकीपिंग" की पटकथा लिखी थी और इसका निर्देशन भी किया था, और यह फ़िल्म आज ही के दिन 1987 में आयी थी। बाद के साक्षात्कारों में, उन्होंने बताया कि उन्होंने लोगों को उपन्यास पढ़ने के लिए प्रेरित करने के लिए यह फ़िल्म एक ट्रेलर के तौर पर बनाई थी। यह फ़िल्म दो बहनों के बारे में है, जिन्हें हालात से मजबूर होकर अपनी अजीब और बेपरवाह आंटी के पास रहने के लिए आना पड़ता है। यह फ़िल्म आलोचकों को बहुत पसंद आयी थी, और रोजर एबर्ट ने इसे पूरे चार स्टार दिए थे। यह फोर्सिथ की पहली उत्तरी अमेरिकी फिल्म थी, जिनकी पिछली हिट फ़िल्में स्कॉटलैंड में बनाई गयी थीं। टोक्यो अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव में इस फ़िल्म ने सर्वश्रेष्ठ पटकथा का पुरस्कार और विशेष जूरी पुरस्कार जीता था।
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डॉन लेक -
अभिनेता, निर्माता और लेखक डॉन लेक आज ही के दिन अपना जन्मदिन मनाते हैं। उन्हें "स्पेस फ़ोर्स," "डंब एंड डम्बर टू," में अपनी भूमिकाओं के लिए और "ज़ूटोपिया" में स्टू हॉप्स की आवाज़ के रूप में जाना जाता है। उन्होंने मशहूर दैनिक सिंडिकेटेड टॉक शो "द बोनी हंट शो" के 100 से ज़्यादा एपिसोड लिखे थे और उनमें दिखाई भी दिए थे, जो 2008-2010 तक चला था।
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कैसाब्लांका -
कैसाब्लांका का फिल्मांकन शुरू होने पर, हावर्ड कोच और जुड़वाँ भाइयों, जूलियस जे. एपस्टीन और फिलिप जी एपस्टीन, द्वारा लिखित "कैसाब्लांका" की पटकथा में कोई अंत नहीं था। बाद में, तीनों लेखकों ने कहानी के एक अंत पर अपनी सहमति बनाई, जो मरी बर्नेट और जोन एलिसन के नाटक "एवरीबडी कम्स टू रिक" पर आधारित था, जिसे कभी निर्मित नहीं किया गया था। दोनों भाई हावर्ड कोच से अलग, एक साथ काम करते थे। इस फ़िल्म को उस साल का सर्वश्रेष्ठ पिक्चर का अकादमी पुरस्कार मिला था, साथ ही इसने सर्वश्रेष्ठ अनुकूलित पटकथा का पुरस्कार भी जीता था। अभिनेता हम्फ्रे बोगार्ट की प्रसिद्ध लाइन, "यहाँ मैं तुम्हें देख रहा हूँ", पटकथा में नहीं थी, लेकिन कहा जाता है कि वो अक्सर इंग्रिड बर्गमन को सेट पर पोकर खेलना सिखाते समय ये बोला करते थे।
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कैथरीन बिगेलो -
टाइम मैगज़ीन द्वारा साल की सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक के रूप में नाम दर्ज़ करने वाली, कैथरीन एन बिगेलो, आज ही के दिन अपना जन्मदिन मनाती हैं। यह फ़िल्म निर्माता अपनी फ़िल्मों के लिए प्रसिद्ध हैं, जिनमें "ज़ीरो डार्क थर्टी", "प्वाइंट ब्रेक", "के-19: द विडोमेकर," और "द हर्ट लॉकर" शामिल हैं, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का अकादमी पुरस्कार भी मिला था। यह पुरस्कार जीतने वाली वो एकमात्र महिला हैं। हालाँकि, उन्होंने अलग-अलग शैलियों की फ़िल्में बनाई हैं, लेकिन वो अक्सर अपनी फ़िल्मों में हिंसा का प्रयोग करती हैं, और उन्हें अच्छे शॉट्स लेने के लिए अपनी विशेष कोशिशों के लिए जाना जाता है, चाहे वो पैट्रिक स्वेज़ के हवाई जहाज़ से कूदते समय पैरासूट पहनना हो या 130 डिग्री फ़ारेनहाइट की गर्मी में जॉर्डन में काम करना हो।
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जोएल कोएन -
फ़िल्म निर्माता जोएल कोएन को जन्मदिन की बधाई! इस फ़िल्म निर्माता का जन्म 1954 में आज ही के दिन हुआ था। कोएन के पास "फारगो," "ओ ब्रदर, व्हेयर आर्ट दो," "द बिग लेबोव्स्की," द बैलाड ऑफ़ बस्टर स्क्रग," इत्यादि सहित कई फ़िल्मों के पटकथा लेखन के क्रेडिट्स की असाधारण सूची मौजूद है। अपनी फ़िल्मों को लिखते, निर्मित, और निर्देशित करते हुए वो अक्सर अपने भाई, एथन कोएन के साथ काम करते हैं, और हमेशा बारी-बारी से फैसला करते हैं कि किसको क्या क्रेडिट मिलेगा। इस जोड़ी ने ऑस्कर में सर्वश्रेष्ठ पिक्चर, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ अनुकूलित पटकथा और सर्वश्रेष्ठ मूल पटकथा का अवॉर्ड जीता है।
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डेविड निकोल्स -
इंग्लिश उपन्यासकार, पटकथा लेखक, और अभिनेता डेविड निकोल्स आज ही के दिन अपना जन्मदिन मनाते हैं! निकोल्स को "फार फ्रॉम द मैडिंग क्राउड," "व्हेन डिड यू लास्ट सी योर फादर," "वन डे," और "स्टार्टर फॉर 10" की पटकथाओं के लिए जाना जाता है, आख़िरी दोनों फ़िल्में किताबों पर आधारित हैं, जिन्हें उन्होंने ख़ुद लिखा था। उन्हें "पैट्रिक मेलरोज़" के लिए लिमिटेड सीरीज़, मूवी या विशेष श्रेणी में उत्कृष्ट लेखन के लिए एमी अवॉर्ड का नॉमिनेशन मिला था, और स्पेकसेवर्स नेशनल बुक अवॉर्ड्स द्वारा उन्हें यूके ऑथर ऑफ़ द ईयर के लिए भी नामित किया गया था। उन्होंने ब्रिटिश बुक अवॉर्ड्स में "वन डे" के लिए बुक ऑफ़ द ईयर का पुरस्कार भी पाया था।
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टेरेंस मैलिक -
लेखक, निर्माता और निर्देशक टेरेंस मैलिक आज ही के दिन अपना जन्मदिन मनाते हैं। वह रिचर्ड गेरे अभिनीत अपनी फ़िल्म "डेज़ ऑफ़ हेवेन" के लिए शायद सबसे ज़्यादा मशहूर हैं। मैलिक का अपना एक अलग स्टाइल है, जिसमें अक्सर दार्शनिक लहज़ा, चरित्र का वॉइसओवर और तर्क और अंतरात्मा की आवाज़ के बीच का द्वन्द शामिल होता है। उन्हें तीन बार ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया है, जिनमें से दो बार सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए और एक बार सर्वश्रेष्ठ अनुकूलित पटकथा के लिए ऑस्कर नॉमिनेशन शामिल हैं।
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गाँधी -
पटकथा लेखक जॉन ब्रेली ने महात्मा गांधी के जीवन के बारे में एक जीवनी फ़िल्म "गांधी" की पटकथा लिखी थी, जिसका प्रीमियर 1982 में इसी दिन हुआ था। यह फ़िल्म ब्रिटिश राज के ख़िलाफ़ इस नेता के अहिंसक विरोध पर केंद्रित है, और आलोचकों ने इस फ़िल्म में गांधी के जीवन के सटीक चित्रण के लिए इसकी प्रशंसा की थी। निर्देशक रिचर्ड एटनबरो 50 के दशक से गांधी के जीवन के बारे में एक फ़िल्म बनाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उन्हें सफलता हासिल नहीं हो रही थी। 1980 से पहले तक इस फ़िल्म का निर्माण नहीं शुरू हो पाया। पटकथा लेखक जॉन ब्रेली ने एटनबरो को गोल्डक्रेस्ट प्रोडक्शन कंपनी के माध्यम से फ़िल्म के लिए दो-तिहाई फंडिंग दिलवाने में मदद की थी।