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सैम मेंडेस -
जन्मदिन मुबारक हो, सर सैमुअल मेंडेस! मेंडेस शायद अपनी निर्देशकीय उपलब्धियों के लिए ज़्यादा मशहूर हैं, लेकिन वह एक प्रतिभाशाली निर्माता और पटकथा लेखक भी हैं। अपनी मेगा हिट फ़िल्मों का निर्देशन करने से पहले वो नाटकों का निर्देशन किया करते थे। उनके द्वारा निर्देशित फ़िल्मों में "अमेरिकन ब्यूटी", "स्काईफॉल," "स्पेक्टर," और सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए ऑस्कर में नॉमिनेटेड सबसे नयी फ़िल्म, "1917," शामिल हैं, जिसे उन्होंने पटकथा लेखिका क्रिस्टी विल्सन-केर्न्स के साथ मिलकर लिखा भी था।
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सेसिल ऑब्री -
फ्रेंच पटकथा-लेखिका, निर्देशिका, अभिनेत्री और लेखिका सेसिल ऑब्री का जन्म 1928 में आज ही के दिन हुआ था। उन्हें 20 साल की उम्र में एक डांसर के रूप में अपना पहला बड़ा ब्रेक मिला था, और उन्होंने "ब्लैक रोज़" और "ब्लूबर्ड" में ऑर्सन वेल्स के साथ अभिनय किया था, जो पहली रंगीन फ्रांसीसी फ़िल्मों में से एक थी। ऑब्री ने स्वीकार किया कि बच्चा होने और अपने पति से अलग होने के बाद उन्हें अभिनय ज़्यादा अच्छा नहीं लगता था, और वो यह केवल इसलिए करती थीं ताकि उन्हें घूमने का मौका मिल सके। आगे चलकर उन्होंने बच्चों की किताबें और बच्चों के टेलीविज़न शो लिखने शुरू किये, जिनमें उनके दो मशहूर शो, "पॉली," और "बेला और सेबेस्टियन" शामिल हैं, जिनमें उनके बेटे ने मुख्य भूमिका निभाई थी।
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जॉन हस्टन -
सिनेमा के "अर्नेस्ट हेमिंग्वे" के रूप में मशहूर, जॉन हस्टन का जन्म 1906 में आज ही के दिन हुआ था और आगे चलकर उन्होंने 37 फ़ीचर फ़िल्मों का निर्माण किया, जिनमें से ज़्यादातर को उन्होंने लिखा भी था। हस्टन फाइन आर्ट के बैकग्राउंड से आते थे, और उन्हें अपने दृश्यों को शूट करने से पहले उनका स्केच तैयार करने के लिए जाना जाता था, इसलिए उनकी ज़्यादातर फ़िल्मों के निर्माण के बाद थोड़े संपादन की ज़रुरत पड़ती थी। उनके सबसे प्रसिद्ध कामों में "द माल्टीज़ फाल्कन," "द ट्रेज़र ऑफ सिएरा माद्रे," और "द मैन हू वुड बी किंग" शामिल हैं।
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वेनिस अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म उत्सव -
आज के दिन, वेनिस अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म उत्सव की शुरुआत इटली के वेनिस में होने वाली वेनिस कला प्रदर्शनी के हिस्से के रूप में हुई थी। इस प्रदर्शनी में कला, नृत्य, संगीत, रंगमंच, और फ़िल्मों का प्रदर्शन किया जाता है, और इसे कलात्मक अभिव्यक्ति प्रदर्शित करने वाले सबसे उम्दा स्थानों में से एक के रूप में जाना जाता है। ज़ाहिर तौर पर, यह फ़िल्म उत्सव अब अपने आपमें एक मशहूर समारोह है। इसने आज के समय के कई प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म निर्माताओं को शुरुआत दी है, जिन्होंने प्रतिष्ठित गोल्डन लॉयन अवॉर्ड पाने का प्रयास किया और इसे जीता - जिनमें "रोमा" (मैक्सिको), "द वूमेन हू लेफ्ट" (फिलीपिंस), "फ्रॉम अफार" ( वेनेज़ुएला), और "ए पिजन सैट ऑन ए ब्रांच रिफलेक्टिंग ऑन एक्सिस्टेंस" (स्वीडन) जैसी हालिया फ़िल्में शामिल हैं।
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चेन्नई एक्सप्रेस -
सात साल पहले आज ही के दिन आयी हिंदी भाषा की बॉलीवुड फ़िल्म "चेन्नई एक्सप्रेस" से पटकथा लेखकों यूनुस सजावल और रॉबिन भट्ट ने इतिहास रचा था। भारत और यूके, पाकिस्तान, और संयुक्त अरब अमीरात सहित विदेशी बाज़ारों में, इस एक्शन-कॉमेडी फ़िल्म ने उस समय की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फ़िल्म बनकर बॉक्स ऑफिस के कई रिकॉर्ड तोड़े थे, और यह आज भी भारत की 20 सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फ़िल्मों में से एक है। सजावल ने कई बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर फ़िल्में लिखी हैं, और भट्ट के पास 60 से भी ज़्यादा फ़िल्मों के राइटिंग क्रेडिट्स हैं।
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अमेरिकन ग्रैफ़िटी -
आपको पता है, फ्रांसिस फोर्ड कोपोला ही वो व्यक्ति थे जिन्होंने जॉर्ज लुकास को "अमेरिकन ग्रैफ़िटी" की पटकथा लिखने के लिए प्रेरित किया था? “THX 1138,” पर काम करते समय, कोपोला ने लुकास को कुछ ऐसा लिखने की चुनौती दी जो मुख्यधारा के दर्शकों को लुभा सके। लुकास ने अपने किशोरावस्था के समय के बारे में सोचा, और कैलिफोर्निया के मॉडेस्टो में 60 के दशक में प्रचलित क्रूजिंग कल्चर के बारे में लिखने का फ़ैसला किया। इस फ़िल्म के मुख्य किरदार ज़िन्दगी के विभिन्न चरणों में लुकास को दर्शाते हैं। फ़िल्म ट्रीटमेंट लिखने में मदद करने के लिए ग्लोरिया काट्ज़ और विलार्ड हुयेक को काम पर रखने के बाद, उन्होंने पटकथा में सेमी-बायोग्राफिकल चीज़ें शामिल की। शुरुआत में इसका नाम "अनदर क्वाइट नाईट इन मॉडेस्टो" रखा गया था। "अमेरिकन ग्रैफ़िटी" आज तक की सबसे मुनाफ़ेदार फ़िल्मों में से एक है, जिसे $777,000 के बजट से बनाया गया था।
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अल्फ्रेड हिचकॉक -
"धमाके में कोई डर नहीं होता, केवल इसकी आशंका में होता है।" सस्पेंस के उस्ताद अल्फ्रेड हिचकॉक का जन्म 1899 में आज ही के दिन हुआ था। उनकी पत्नी, अल्मा रेविल, का जन्म उनके एक दिन बाद हुआ था और वो ख़ुद भी एक सम्मानित पटकथा-लेखिका थीं। इस जोड़ी ने हिचकॉक की कई मशहूर फ़िल्मों पर एक साथ काम किया, जिनमें "शैडो ऑफ़ अ डाउट" और "सस्पीशियन" शामिल हैं। हालाँकि, हिचकॉक अक्सर फ़िल्मों पर दूसरे पटकथा लेखकों के साथ काम करते थे, लेकिन साथ ही उनपर नज़र रखते थे, और उनके साथ कहानियों पर काम भी करते थे। उन्हें पटकथाएं और विज़ुअल का विकास करने में सबसे ज़्यादा मज़ा आता था और उन्होंने कहा था, "पटकथा ख़त्म होने के बाद, मैं जल्दी फ़िल्म नहीं बनाता। … जब आप पटकथा पूरी करते हैं तो फ़िल्म सर्वोत्तम होती है। लेकिन इसे शूट करने में, आप अपनी असली कल्पना का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा खो देते हैं।"
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बेन अफ्लेक -
हालाँकि, अभिनेता और फ़िल्म निर्माता बेन अफ्लेक ने बहुत पहले ही अपना करियर शुरू कर दिया था, और उन्होंने अपने पुराने दोस्त मैट डेमन के साथ "गुड विल हंटिंग" लिखने और इसमें अभिनय करने के बाद हॉलीवुड में प्रवेश किया था। इस फ़िल्म को सर्वश्रेष्ठ मूल पटकथा के लिए गोल्डन ग्लोब और अकादमी पुरस्कारों से नवाज़ा गया था। इसके बाद, उनकी इस जोड़ी ने पर्ल स्ट्रीट फ़िल्म्स प्रोडक्शन कंपनी की स्थापना की, जिसमें "मैनचेस्टर बाय द सी," और "जेसन बॉर्न" जैसी फ़िल्मों का निर्माण किया गया। हालाँकि, उनकी असली ज़िन्दगी भी कम नाटकीय नहीं थी, फिर भी अफ्लेक ने अपना सफल करियर बनाये रखा, और अब तक 50 से भी ज़्यादा फ़िल्मों में काम कर चुके हैं।
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जेम्स कैमरून -
जेम्स कैमरून हॉलीवुड के सबसे होनहार लोगों में से एक हैं, लेकिन शुरुआती सफलता उनके लिए आसान नहीं थी। 70 के दशक की शुरुआत में उन्होंने सामुदायिक कॉलेज में भौतिक विज्ञान की पढ़ाई शुरू की, लेकिन एक साल बाद ही उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया। वो लिखना चाहते थे, इसलिए उन्होंने ट्रक ड्राइवर और चौकीदार जैसी नौकरियां की ताकि उन्हें पटकथा लेखन पर ध्यान देने के लिए खाली समय मिल सके। कुछ सालों बाद "स्टार वॉर्स" देखने के बाद, कैमरून ने अपना सबकुछ दांव पर लगाने का फ़ैसला किया। उन्होंने अपनी पहली फ़िल्म 1978 में निर्देशित की थी, और आगे चलकर उन्होंने दुनिया की आज तक की कुछ सबसे सफल फ़िल्में लिखीं और निर्देशित की, जिनमें "अवतार," "टाइटैनिक," और "द टर्मिनेटर" शामिल हैं।
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मोंटी पायथंस लाइफ ऑफ़ ब्रायन -
"मोंटी पायथंस लाइफ ऑफ़ ब्रायन" 1979 में पूरे धूम-धाम और विरोध दोनों के साथ आज ही के दिन आयी थी। इस फ़िल्म की कहानी ईसा मसीह के जन्म के दिन ही उनके बगल में जन्म लेने वाले यहूदी लड़के और इसकी वजह से उत्पन्न होने वाली भ्रम की स्थिति पर आधारित है। यह कॉमेडी फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल हुई थी, लेकिन कुछ धार्मिक समूहों ने इसकी कहानी का विरोध किया था। फिर भी, इसे आज भी सबसे अच्छी कॉमेडी फ़िल्मों में से एक के रूप में जाना जाता है, जिसमें मोंटी पायथन के हास्य और बेअदब व्यंग्य को बहुत सही तरीके से शामिल किया गया था। फ़िल्म की आख़िरी लाइन, "मैंने उससे कहा था, 'बर्नी, वो कभी इसपर अपने पैसे नहीं लगाएंगे'" फ़िल्म के मूल समर्थकों पर व्यंग्य था, जिन्होंने इसका निर्माण शुरू होने से एक दिन पहले ही इस परियोजना से अपने हाथ खींच लिए थे। उनके बजाय, पूर्व बीटल जॉर्ज हैरिसन ने यह कहकर इसपर पैसे लगाएं कि वो यह फ़िल्म देखना चाहते हैं।
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रिंग लार्डनर जूनियर -
एक समय पर, रिंगगोल्ड विल्मर "रिंग" लार्डनर जूनियर हॉलीवुड के सबसे ज़्यादा पैसे कमाने वाले पटकथा लेखकों में से एक थे, जो 40 के दशक में 20th सेंचुरी फॉक्स के लिए काम करते हुए हर हफ्ते $2,000 (आज लगभग $23,000) कमाते थे। लेकिन उनकी यह सफलता बहुत तेज़ी से धूल में मिल गयी जब उन्हें साम्यवादी विचारधारा रखने के कारण कुख्यात हॉलीवुड टेन के साथ हॉलीवुड से ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था। हालाँकि, उन्होंने दूसरे नामों से और ब्लैकलिस्ट किये गए अपने साथी फ़िल्म निर्माताओं के साथ लिखना जारी रखा, और "द एडवेंचर्स ऑफ रॉबिन हूड", "द एडवेंचर्स ऑफ सर लैंसलॉट" और अन्य टीवी कार्यक्रम लिखें। बाद में, "द सिनसिनाटी किड" पर सार्वजनिक पटकथा लेखन क्रेडिट मिलने के बाद उन्हें ब्लैकलिस्ट से हटा दिया गया था। उन्होंने अपने जीवनकाल में “M*A*S*H” और "वूमन ऑफ़ द ईयर" के लिए दो सर्वश्रेष्ठ पटकथा अकादमी पुरस्कार जीते थे।
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बाम्बी -
इस साल की शुरुआत में, डिज्नी ने 1942 की एनिमेटेड क्लासिक "बाम्बी" को लाइव-एक्शन फ़िल्म के रूप में वापस लाने की घोषणा की थी। डिज्नी की इस पांचवीं एनिमेटेड फ़ीचर की असली कहानी फेलिक्स साल्टेन द्वारा लिखी गयी "बाम्बी, अ लाइफ इन द वुड्स," से ली गयी थी। पर्स पीयर्स, लैरी मोरे, वर्नोन स्टालिंग्स, मेल शॉ, कार्ल फॉलबर्ग, चक काउच, और राल्फ राइट सभी ने अंतिम पटकथा लिखने में मदद की थी, और इनमें से कुछ लेखकों ने बताया कि इसे लिखते समय वो कई बार मूल विषय से भटक जाते थे। बाम्बी द्वारा नष्ट की गयी चींटियों की आबादी से लेकर बोलने वाली पतझड़ की पत्तियों और टिड्डों के परिवार तक, इस फ़िल्म से बहुत सारी चीज़ों को निकालने के बाद हमें वो क्लासिक फ़िल्म मिली, जिसे हम आज जानते और प्यार करते हैं।
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द बिग स्लीप -
1946 में आज के दिन आयी "द बिग स्लीप" का संस्करण असल में इसका दूसरा संस्करण था, लेकिन दर्शकों को 1997 से पहले तक इसका पहला संस्करण देखने का मौका नहीं मिला, जिसे यूसीएलए फ़िल्म और टेलीविज़न आर्काइव में खोजा गया था। विलियम फॉकनर, ले ब्रैकेट, और जूल्स फर्थमैन ने इस फ़िल्म की पटकथा रेमंड चांडलर की इसी नाम की किताब के आधार पर लिखी थी। फ़िल्म पूरी होने के बाद, जो रिलीज़ नहीं हुई, इसकी पटकथा दोबारा लिखी गयी और हम्फ्री बोगार्ट एवं लॉरेन बकल के बीच की केमिस्ट्री का फ़ायदा उठाने के लिए इसकी दोबारा शूटिंग हुई, जो एक ऐसी जोड़ी थी जिसे दर्शकों का बहुत सारा प्यार मिला। लेकिन इसमें पहले से उलझी हुई पटकथा अब उन दृश्यों की वजह से और ज़्यादा उलझ गयी थी, जिन्हें दूसरे संस्करण में बदलाव करने के लिए काट दिया गया था, और आज तक, इस पटकथा को अपने जटिल और मुश्किल कथानक के लिए जाना जाता है।
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टिम बर्टन -
टिम बर्टन की फ़िल्में लगभग हमेशा तुरंत पहचान में आ जाती हैं। "बीटलजूस," "एडवर्ड सीज़रहैंड्स," "द नाईटमेयर बिफोर क्रिसमस" और "कॉर्प्स ब्राइड," जैसी फ़िल्मों में उनकी बर्बर और विलक्षण शैली निरंतर दिखाई देती है, और वो अक्सर एक ही कलाकारों (जॉनी डेप और हेलेना बॉन्हम कार्टर) और संगीतकार (डैनी एल्फमैन) के साथ काम करते हैं। बचपन में बर्टन अंतर्मुखी थे, लेकिन उन्हें लिखने, चित्रकारी करने, और स्टॉप-मोशन एनीमेशन बनाने में मज़ा आता था – उन्होंने अपनी पहली फ़िल्म 13 साल की उम्र में बनाई थी। वह डॉ. सिअस और रोआल्ड डाल से बहुत ज़्यादा प्रभावित थे, जिसे आप आज उनके काम में देख सकते हैं। और, फ़िल्मों के अलावा, उनकी कलाकृति को भी दुनिया भर के संग्रहालयों में प्रदर्शित किया गया है, जिसे हाल ही में अक्टूबर 2019 में लास वेगास, नेवादा के नियॉन संग्रहालय की प्रदर्शनी में दिखाया गया था।
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रोमन हॉलिडे -
"रोमन हॉलिडे" 1953 में आज ही के दिन आयी थी और हालाँकि, इयान मैकलन हंटर को इसे लिखने का श्रेय दिया गया है, लेकिन असल में उन्होंने इसे नहीं लिखा था। और, हालाँकि अब जाकर डाल्टन ट्रंबो को इसका श्रेय दिया गया है, लेकिन 2011 से पहले तक उन्हें इसके आधिकारिक पटकथा लेखक के रूप में कभी मान्यता नहीं दी गयी थी। असल में, इस फ़िल्म की पटकथा जॉन डाइटन और डाल्टन ट्रंबो ने लिखी थी, लेकिन साम्यवादी विचारधारा रखने के कारण ट्रंबो को हॉलीवुड से ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था, इसलिए हंटर ने उनकी जगह ली और ट्रंबो को उनका शुल्क भेजने के लिए अपनी सहमति दी। इस फ़िल्म के रिलीज़ होने के 58 साल बाद, नौ साल पहले, ट्रंबो और हंटर के बेटों ने इस रिकॉर्ड को सही करवाने के लिए राइटर्स गिल्ड ऑफ़ अमेरिका के माध्यम से लड़ाई लड़ी और इसे जीते।
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12 इयर्स अ स्लेव -
पटकथा लेखक जॉन रिडले द्वारा लिखी गयी "12 इयर्स अ स्लेव" सोलोमन नॉर्थअप के संस्मरण पर आधारित है, जो एक स्वतंत्र अफ्रीकी अमेरिकी आदमी की सच्ची कहानी है, जिसका अपहरण करके उसे 1840 के दशक में दास के रूप में बेच दिया गया था। इस बायोग्राफिकल ड्रामा को नौ ऑस्कर नॉमिनेशन मिले थे, जिनमें से इसने तीन जीते थे, जिनमें सर्वश्रेष्ठ पिक्चर और सर्वश्रेष्ठ अनुकूलित पटकथा के लिए ऑस्कर शामिल था। इस जीत के बाद, यह ख़बर उड़ी कि रिडले और इस फ़िल्म के निर्देशक स्टीव मैकक्वीन के बीच पटकथा के क्रेडिट को लेकर लड़ाई चल रही है, जहाँ मैकक्वीन साझा क्रेडिट चाहते थे, और रिडले इसके लिए इंकार कर रहे थे। बाद में, रिडले ने कहा कि राइटर्स गिल्ड ऑफ़ अमेरिका के नियमों के अनुसार इसका सारा क्रेडिट केवल उन्हें मिलना चाहिए।
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माइकल जैक्सन: बैड -
माइकल जैक्सन द्वारा अभिनीत, "बैड," को आज तक के सबसे अच्छे म्यूजिक वीडियो में से एक माना जाता है, जो काफ़ी हद तक एक शॉर्ट फ़िल्म है जिसमें हॉलीवुड के कुछ सबसे मशहूर फ़िल्म निर्माताओं ने काम किया है। पटकथा लेखक और उपन्यासकार रिचर्ड प्राइस ("द नाइट ऑफ़ टू,"द वायर ") ने 18 मिनट के इस वीडियो की पटकथा लिखी थी, और मार्टिन स्कॉर्सेसी ने इसका निर्देशन किया था। इस वीडियो में वेस्ले स्नाइप्स भी दिखाई देते हैं। गीत और वीडियो की कहानी एक सच्ची कहानी से प्रेरित थी जिसका आईडिया जैक्सन ने दिया था, जो एक ग़रीब लड़के पर आधारित है, जो प्राइवेट स्कूल जाकर ग़रीबी से छुटकारा पाने की कोशिश करता है लेकिन घर वापस आने पर उसकी हत्या हो जाती है। इस वीडियो पर "वेस्ट साइड स्टोरी" का प्रभाव भी दिखता है।