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चेतावनी: आगे मुश्किल प्यार है।
टालमटोल की आदत केवल लेखकों पर ही नहीं, बल्कि बहुत सारे लोगों पर हावी हो जाती है। लेकिन टालमटोल और असुरक्षा की भावना, एक ऐसा घटिया संयोजन है जो लेखकों को बहुत मुश्किल में डाल देता है। अपने सफर के दौरान लेखकों को एक नहीं, बल्कि अक्सर दो या दो से ज़्यादा दुश्मनों का सामना करना पड़ता है। पूर्व टीवी लेखक और निर्माता रॉस ब्राउन के इन उपायों के साथ, मुझे उम्मीद है आप इन दुश्मनों को हराकर अपने सफर को एक अच्छे मुकाम तक पहुंचा पाएंगे।
रॉस सैंटा बारबरा के एंटिऑक विश्वविद्यालय में क्रिएटिव राइटिंग MFA प्रोग्राम के प्रोग्राम निर्देशक हैं। उन्होंने 20वीं सदी के "स्टेप बाय स्टेप," "द फैक्ट्स ऑफ़ लाइफ," "द कॉस्बी शो" आदि जैसे लोकप्रिय कार्यक्रमों पर टीवी लेखक और निर्माता के रूप में काम करते समय अपने लिए लिखने का अनुशासन बनाया था। वो शो ज्यादातर साप्ताहिक रूप से प्रसारित होते थे, इसलिए इसमें आत्म-दया, आत्म-घृणा, या टालमटोल का कोई समय नहीं होता था। रॉस का कहना है कि इस खतरनाक संयोजन की वजह से ही बहुत सारे लेखक अपना सफल करियर बनाने में नाकामयाब हो जाते हैं।
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नीचे, मैंने आपको टालमटोल की आदत और आत्मसंदेह से छुटकारा पाने और अपने पटकथा लेखन करियर में इन भयानक गलतियों से बचने के लिए कुछ टूल प्रदान किये हैं। और हाँ, मैं आपको बता दूँ कि इन गलतियों से बचना मुमकिन है।
"वो कौन सी कुछ सबसे बड़ी गलतियां हैं जो लेखकों को सफल करियर बनाने से रोकती हैं? टालमटोल की आदत सबसे पहली गलती है," रॉस ने बताया।
आपमें से कुछ बहानेबाज़ी करने में माहिर लोग यह कहने के लिए मुझसे नफ़रत करेंगे, लेकिन आपको इस विचारधारा को हमेशा के लिए अपने दिमाग से निकालना होगा कि "मेरे पास लिखने का वक़्त नहीं है।" जी हाँ, आपके पास वक़्त है। मैं ऐसे बहुत सारे लेखकों से मिली हूँ जिनका बहुत ज़्यादा खतरनाक शेड्यूल होता है, और आपको पता है क्या? वो फिर भी इसके लिए वक़्त निकालते हैं। ये लेखक पूरे दिन नौकरी करते हैं (कभी-कभी एक से ज़्यादा), उनके यहाँ घर पर बच्चे होते हैं जिन्हें वो अकेले पालते हैं, या उन्हें अपने बीमार माँ-बाप का ख्याल रखना होता है। लेकिन फिर भी उन्हें वक़्त मिल जाता है क्योंकि वो वक़्त निकालते हैं।
"आपको एक नियमित शेड्यूल बनाना होगा," रॉस ने कहा। "अगर आपको सुबह उठना पसंद है तो एक घंटे पहले उठें और अपना दिन शुरू करने से पहले एक घंटे तक लिखें। अगर आपको देर तक जागना पसंद है तो इसका उल्टा करें।"
आप अपने लंच ब्रेक पर, कहीं आते-जाते वक़्त परिवहन में, बच्चों के होमवर्क करते समय, या बीच रात में भी लिख सकते हैं जैसे डिज्नी लेखक रिकी रॉक्सबर्ग लिखते हैं। अगर आप अपने पटकथा लेखन सॉफ्टवेयर या ऐप के सामने नहीं बैठ सकते तो हर दिन अपने लेखन से संबंधित कोई चीज़ करें, जैसा कि पटकथा लेखक और पत्रकार ब्रायन यंग अनुशासित रहने के लिए करते हैं।
SoCreate में अपने वक़्त के दौरान, मैंने पहले ही बहुत सारे लेखकों को बेहतरीन अवसरों को बर्बाद करते हुए देख लिया है, क्योंकि उन्होंने लिखने को अपनी पहली प्राथमिकता नहीं बनाई, और अगर आप सचमुच कुछ करना चाहते हैं तो इससे काम नहीं चलेगा। SoCreate प्रतियोगिता के कुछ सेमीफाइनलिस्ट ऐसे थे जिनके पास अपने आवेदन डालने के लिए हफ़्तों का समय था और फिर भी उन्हें देर हो गयी या मैंने ऐसे लेखक भी देखे हैं जिन्होंने कुछ भी जमा नहीं किया। आप इतनी दूर तक आये हैं। अब इस मौके को बर्बाद न करें!
"हफ्ते में कम से कम तीन या चार लेखन सत्र रखना न भूलें," रॉस ने कहा। "वो सबसे ज़रुरी चीज़ है।"
यह जानने के लिए कि शुरुआत कहाँ से करनी है और बोर होने पर आप लेखन से जुड़े कौन से काम करना शुरू कर सकते हैं, अपना टू-डू लिस्ट व्यवस्थित करें।
एक समय-रेखा बनाएं। लिखने के हर दिन या पूरे किये गए हर काम के साथ, आप अपने लक्ष्य के एक कदम और ज़्यादा करीब होते हैं (या टालमटोल करने पर एक कदम और दूर हो जाते हैं)।
जितना ज़्यादा हो सके भटकावों से दूर रहने की कोशिश करें। इसके लिए आप अपने फोन दराज़ में डाल सकते हैं, वाई-फाई बंद कर सकते हैं, बच्चों को एक घंटे के लिए टीवी के पास बैठाकर अपना दरवाज़ा बंद कर सकते हैं, या नॉइज़ कैंसलिंग हेडफोन लगा सकते हैं।
कोई काम पूरा करने के लिए अपने आपको इनाम दें। SoCreate के "सो, राइट योर बिल्स अवे" के विजेता ज़ैकरी रॉवेल का कहना है कि वो ख़ुद को लिखने के लिए प्रेरित करने के लिए कूकीज का प्रयोग करते हैं।
किसी को अपनी योजनाएं बताएं, और उन्हें आपको जिम्मेदार ठहराने के लिए कहें।
किसी ऐसी जगह पर छोड़ें जो आपको रोमांचित करती हो ताकि अगली बार अपना लैपटॉप खोलने पर आप अपनी पटकथा के उस हिस्से पर वापस जाने के लिए उत्सुक हों।
बस किसी तरह यह करें। अगर आप हर समय बहाने बनाते रहेंगे तो आप कभी वहां नहीं पहुंच पाएंगे जहाँ आपको जाना है, और यह चक्र हमेशा चलता रहेगा। क्या आप उन लोगों जैसा बनना चाहते जिन्होंने अपने सपने पूरे नहीं किये? तो फिर उनकी तरह काम भी न करें।
टालमटोल से बचने की हिम्मत रखें! मुझे पता है आप यह कर सकते हैं।
"दूसरी चीज़ जो लोगों को लेखक के रूप में सफल होने से रोकती हैं? वो है, आत्मसंदेह। अपनी बहुत ज़्यादा आलोचना करना," रॉस ने मुझे बताया। "आपका शुरूआती काम बहुत ज़्यादा अच्छा नहीं होगा। यह ऐसा ही होता है," उन्होंने कहा। "अच्छा लिखना शुरू करने से पहले आप हज़ारों बुरे पन्ने लिखते हैं।"
तो, उस सीखने की अवस्था के दौरान अपना सिर हमेशा ऊपर कैसे रखें।
अपने काम की दूसरों से तुलना न करें। आपके हीरो की सुपरपॉवर है, पूरी तरह से अलग होने की शक्ति। आप अपने व्यक्तित्व के साथ पैदा हुए हैं, इसलिए किसी और की तरह बनने की कोशिश में इसे बर्बाद न करें।
एक डायरी रखें। अपनी रचनात्मकता और उत्पादकता को लेकर मायूस होना शुरू करने पर नोट बनाएं। इसके प्रेरक क्या हैं? उनसे बचें।
यह नोट कहीं लिखकर रखें: "अगर कोई व्यक्ति यह सोचे कि वह दूसरों की स्थिति पर कितना कम ध्यान देता है तो उसे पता चलेगा कि वो अपने ऊपर दूसरों का कितना कम ध्यान आकर्षित करता है।" – विल रोजर्स। जब आपके अंदर आत्मसंदेह जन्म लेता है तो आपको इस बात का डर सताने लगता है कि दूसरे लोग क्या सोचेंगे, या आपको इस बात का डर लगता है कि शायद लोगों को आपका काम पसंद नहीं आएगा, याद रखिये इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आप सबको ख़ुश नहीं रख सकते, और ज़िन्दगी में कभी न कभी, आपको यह जानकर बहुत हैरानी होगी कि ज़्यादातर लोगों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप क्या कर रहे हैं। कुछ लोगों को आपका काम बहुत पसंद आएगा। कुछ लोगों को यह बिल्कुल पसंद नहीं आएगा। लेकिन ऐसा ही होता है, आपको इससे कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए।
किसी ऐसे व्यक्ति को देखें, पढ़ें या सुनें जो आपको प्रेरित करता हो। लिखना शुरू करने से पहले, इसके दौरान या इसके बाद अपने अंदर प्रेरणा जगाने में कुछ मिनट बिताएं।
असफलताओं को सीखने के अवसरों की तरह प्रयोग करें। हम सब असफल होते हैं। जीतने वाले लोग वही लोग होते हैं जिन्होंने अपनी गलतियों से सीखने की कला में महारत हासिल कर ली है। सफलता पाने वाले लोग कभी भी ख़ुद को असफलताओं से नहीं रुकने देते।
छोटी-छोटी जीतों की ख़ुशी मनाएं। आप इसके हक़दार हैं! आपकी प्रगति चाहे जितनी भी छोटी क्यों न हो, आप पहले से उन ज़्यादातर लोगों से कहीं ज़्यादा बेहतर काम कर रहे हैं, जिन्होंने आत्मसंदेह और टालमटोल की आदत को अपने ऊपर हावी होने दिया है।
"शुरुआत में, आपको थोड़ी ठोकर ज़रुर लगेगी, लेकिन उसके बाद हर बार लिखने के साथ आप और ज़्यादा बेहतर होते जायेंगे," रॉस ने अंत में कहा।
चलिए अपना हीरो वाला अंत पाएं।