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सबसे अच्छी कहानियां चरित्रों के बारे में होती हैं। वो यादगार, अनोखे होते हैं, और आप उनसे जुड़ाव महसूस करते हैं। लेकिन अपने चरित्रों को व्यक्तित्व और उद्देश्य देना उतना आसान नहीं है जितना कि लगता है। इसीलिए जब अनुभवी लेखक अपने राज़ हमारे साथ शेयर करते हैं तो हमें बहुत अच्छा लगता है, जैसे एमी विजेता लेखिका मोनिका पाइपर ने यहाँ किया है।
आपने "रोज़ीन," "रुग्रेट्स," "आह! रियल मॉन्स्टर्स," और "मैड अबाउट यू," जैसे कार्यक्रमों से उनका नाम सुना होगा। उन्होंने हमें बताया कि बेहतरीन चरित्रों के लिए उनकी रेसिपी उसपर निर्भर होती है जो वो जानती हैं, और देखती हैं, एवं इसमें थोड़ा सा संघर्ष शामिल होता है।
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"मुझे लगता है लेखक उससे सबसे अच्छा लिखते हैं जो उन्हें पता होता है। अपना नाटक लिखते समय, मैं अपनी दादी के बारे में सोचती हूँ। आपको पता है वो कैसे गाड़ी चलाती थीं? यात्री के चेहरे के भाव देखकर," उन्होंने कहा।
अपने चरित्र की दुनिया को जानना बहुत ज़रुरी है, और यह कि वो इसमें कैसे रहते हैं – चाहे यह उनका पहनावा हो, उनका रूप हो, या चाहे वो इस बारे में हो कि वो कैसे चलते या काम करते हैं। या, इस मामले में यह कि वो कैसे गाड़ी चलाते हैं!
"मैं अपने चरित्रों को सच्चाई और ऐसे किसी इंसान पर आधारित रखने की कोशिश करती हूँ जिसे मैं सचमुच जानती हूँ, वो मेरा कोई मज़ाकिया दोस्त हो सकता है, रिश्तेदार, या फिर पड़ोसी हो सकता है," मोनिका ने बताया। "कभी-कभी, मैं चरित्रों को जोड़ देती हूँ। मैं उन लोगों की ख़ासियत को एक साथ मिला देती हूँ जिन्हें मैं जानती हूँ और उन्हें एक चरित्र में बदल देती हूँ।"
निश्चित रूप से, अपने ख्यालों से चरित्र बनाना बहुत मज़ेदार होता है। लेकिन अक्सर, ज़्यादा विश्वास करने लायक और यादगार चरित्र वो होते हैं जो सच्चाई से बने होते हैं। यही कारण है कि हमें असली इंसान के व्यक्तित्व की विशेषताएं याद रहती हैं! अपने चरित्रों को भी वैसा ही बनाएं। इससे वो अनोखे, और मेरी और आपकी तरह बनते हैं।
"एक ऐसे चरित्र के बारे में सोचें जिसका आपके किसी दूसरे चरित्र के साथ आसानी से टकराव हो सकता है, जो एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हों। अपने आसपास के लोगों को देखें। कभी-कभी, एक नोटबुक के साथ बैठें और बस लोगों को देखें।"
आपके मुख्य चरित्र का लक्ष्य आपकी फ़िल्म का घटनाक्रम सेट करता है। लेकिन सहायक चरित्र भी उतने ही ज़रुरी होते हैं, क्योंकि वही आपके नायक के गुणों, कमियों, और चुनौतियों को बाहर निकालते हैं, और उन्हें ज़्यादा अच्छे से समझने में हमारी मदद करते हैं। उन्हें या तो पूरक होना चाहिए या फिर विपरीत। आपके मुख्य चरित्र के निराश होने पर पूरक चरित्र उसे प्रेरित कर सकता है या बुरे व्यवहार को मजबूत बना सकता है। विपरीत चरित्र आपके मुख्य चरित्र की कमियां और नए दृष्टिकोण बाहर लाने में मदद करेगा।
अगर आपको अपने अगले नायक, खलनायक, या सहायक कलाकारों के बारे में सोचने में मुश्किल हो रही है तो लोगों को देखने की कोशिश करें। एक होनहार लेखिका और मास्टरक्लास की शिक्षिका, जुडी ब्लूम उन लोगों के लिए एक आंतरिक मोनोलॉग लिखने का सुझाव देती हैं जिन्हें आप देखते हैं। उनका नाम क्या है? आज उन्हें कैसा लग रहा है? वो किस चीज़ के बारे में सोच रहे हैं? यह विचारमंथन की बहुत अच्छी गतिविधि है।
अगर आपके दिमाग में कोई चरित्र है और आपको केवल उसकी पड़ताल करने में मदद की ज़रुरत है तो उनके बारे में सवाल करना शुरू करें। यहाँ अपने चरित्र से पूछने के लिए ब्लूम के मास्टरक्लास से लिए गए 25 सवाल दिए गए हैं, ताकि आप उनके बारे में ज़्यादा जान सकें और इस बात का ध्यान रख सकें कि आप उन्हें अच्छी तरह से विकसित करें और पटकथा में उनका कोई उद्देश्य हो:
आपके चरित्र का नाम क्या है?
फिलहाल उनका लिंग क्या है?
उनका जन्मदिन कब है, और पटकथा की शुरुआत में वो कितने साल के हैं?
वो कैसे दिखते है?
उनका सामान्य स्वभाव क्या है? वो ख़ुशमिज़ाज हैं, या क्रोधी?
वे कहाँ रहते हैं?
उन्हें खाने में क्या पसंद है?
वो कैसे तैयार होते हैं – क्या वो दूसरों को प्रभावित करने के लिए तैयार होते हैं, क्या वो अपनी उम्र के अनुसार तैयार होते हैं, या फिर वो अपनी असली उम्र से छोटा या बड़ा दिखने के लिए तैयार होते हैं?
उन्हें अपनी ज़िन्दगी में कौन से महत्वपूर्ण अनुभव हुए हैं?
क्या उन्होंने कोई दर्दनाक अनुभव किया है?
क्या उनका बचपन अच्छा नहीं था, या क्या उनका बचपन अच्छा था लेकिन किसी दर्दनाक दुर्घटना की वजह से अचानक यह बर्बाद हो गया था?
वो किस चीज़ के बारे में गहराई से सोचते हैं?
क्या वो किसी चीज़ को लेकर जुनूनी हैं?
क्या उन्हें किसी से प्यार है?
क्या उनके पास कोई पालतू जानवर है?
क्या उन्हें कोई बीमारी है?
अगर उनके पास खाली समय होता है तो वो उसमें क्या करते हैं?
उनके दोस्त किस तरह के हैं?
उनके शौक क्या हैं?
वो किस चीज़ से सबसे ज्यादा शर्मिंदा हैं?
वो अपनी पहली डेट पर कहाँ और किसके साथ गए थे?
उन्हें किन चीज़ों से चिढ़ होती है, और क्यों?
उनके साथ सबसे अच्छी चीज़ क्या हुई थी?
क्या आपका चरित्र झूठ बोलता है, और यदि हाँ, तो किस बारे में?
कौन सी चीज़ आपके चरित्र को बर्बाद कर देगी?
याद रखें, आपके चरित्र आपकी कहानी के केंद्र में होते हैं। अगर आप अपने चरित्र को किसी दूसरे चरित्र के साथ बदल सकते हैं, और फिर भी कहानी समझ में आती है, तो आपके पास कोई कहानी नहीं, बल्कि एक परिस्थिति है। यह चरित्र ही एकमात्र ऐसा इंसान क्यों है जिसके साथ आप इस सफर पर जा सकते हैं?
चरित्र में रहें,